जयपुर। भोले की भक्ति के लिए खास श्रावण माह की शुरुआत सोमवार से हो गई है। पूरे माह में कुल पांच सोमवार रहेंगे। पहले सोमवार को शहर के प्रमुख ताड़केश्वर महादेव, झाड़खंड महादेव, जंग्लेश्वर, चमत्कारेश्वर, सदाशिव ज्योतिर्लिंग, रोजगारेश्वर, डबल शंकर महादेव, अंबिकेश्वर महादेव मंदिर, धूलेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्य शिवालयों में जलाभिषेक, रुद्राभिषेक, सहस्त्रघट के अनुष्ठान हुए। शिवालयों में सुबह से ही बम-बम भोले की गूंज सुनाई दी। शिव मंदिरों में भक्त जलाभिषेक के लिए सुबह चार बजे से ही लाइनों में लग कर भोले बाबा का जलाभिषेक किया।
वहीं मंदिरों पर भी प्रशासन की ओर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। जगह-जगह सीसीटीवी लगाकर लगातार मॉनिटरिंग की गई। साथ ही मंदिर समिति की ओर से भी सेवादार लगाए गए हैं। इसके अलावा जयपुर के प्रमुख शिव मंदिरों में फूलों की झांकी सजाई गई और साथ ही गर्मी के मद्देनजर सड़क पर पानी का छिड़काव और छाया की व्यवस्था भी रही।
साथ ही गलता तीर्थ के पवित्र जल लेकर सैकड़ों की तादाद में कावड़ यात्राओं की आवाजाही फिर से नजर आई। सोमवार सुबह चार बजे से कांवड़ियों की रौनक दिखाई दी। जयपुर, चाकसू, शिवदासपुरा, बगरू, बस्सी, शाहपुरा, गोविंदगढ़ समेत आसपास से कावड़िए शिव का अभिषेक करने के लिए कावड यात्रा के रूप में यहां पहुंचें।

ताड़केश्वर महादेव मंदिर के पुजारी प्रशांत व्यास और विक्रांत व्यास ने बताया कि ताड़केश्वर महादेव की सुबह मंगला आरती की गई। इसके बाद जलाभिषेक के लिए गर्भगृह के गेट खोल दिए गए। पूरे मंदिर परिसर को कोलकाता से मंगवाए विशेष फूलों से सजाया गया है। वहीं हर सोमवार को सुबह भक्तों के सहयोग से 51 किलो घी की जलहरी चढ़ाई जाएगी। रोजाना विशेष फूलों का शृंगार, विशेष झांकी सजेगी। सुबह चार बजे से दर्शनों की शुरुआत होगी। झाड़खंड महादेव मंदिर में मेले सा माहौल नजर आएगा।
बब्बू सेठ मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने बताया कि मंदिर में विशेष रोशनी के साथ ही महिला-पुरुषों की अलग लाइन रहेगी। वहीं वैशाली नगर स्थित सैंकड़ों साल पुराने झारखंड महादेव मंदिर पर भी सावन का पहला सोमवार धूमधाम से मनाया गया। मंदिर में सुबह 4.30 बजे से जलाभिषेक शुरू हुआ जो शाम 4 बजे तक रहा।
गलता तीर्थ में कांवड़ियों की एक महीने रहेगी चहल-पहल
गलता तीर्थ में कांवड़ियों की भी पूरे एक महीने चहल-पहल रहेंगी। जयपुर जिले से एक हजार से अधिक कांवड़ यात्राएं गलता जी पहुंचेगी। कांवड के जल से कांवडिये भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे। इसके अलावा पुष्कर सहित अन्य जगहों से भी कांवड़ यात्राएं जयपुर पहुंचेगी। गलता तीर्थ के युवाचार्य स्वामी राघवेंद्र ने बताया कि भक्तों को परेशानी न हो इसकी पूरी व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही अन्नक्षेत्र में प्रसादी का इंतजाम भी किया गया है।