जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने कार्रवाई करते हुए राजधानी जयपुर के नारायण विहार थाना इलाके से 43 लाख 24 हजार रुपए के नकली नोट जब्त किए गए हैं। साथ ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार भी किया है। एसओजी की जांच में सामने आया कि आरोपित एक लाख असली के बदले चार लाख रुपए नकली नोट दे रहे थे। नकली नोटों की क्वालिटी इतनी बेहतर थी कि उन पर मौजूद सिक्योरिटी फीचर और वॉटर मार्क देखकर एसओजी की टीम भी चौंक गई। एसओजी की टीम इस गैंग पर पिछले 15 दिन से काम कर रही थी। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) एसओजी वीके सिंह ने बताया कि एसओजी ने नारायण विहार थाना पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए 43 लाख 24 हजार रुपए के नकली नोट सहित राजेन्द्र चौधरी (27) निवासी सांभर जिला जयपुर,शंकरलाल चौधरी (33 ) निवासी नरेना जिला जयपुर, मनोज उर्फ गणपति (30) निवासी बीकानेर,बलकरण उर्फ बलदेव (31) निवासी बीकानेर और मदनलाल सिंवार (28) निवासी बीकानेर को गिरफ्तार किया है।
सिंह ने बताया कि एसओजी की टीम पिछले 15 दिनों से इस गैंग की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। जहां एसओजी की टीम को सूचना मिली थी कि जयपुर में त्योहारों के समय बड़ी मात्रा में नकली नोटों की सप्लाई की जा रही है। सूचना के आधार पर एसओजी और नारायण विहार थाना पुलिस ने एक फ्लैट में दबिश दी। जहां से नकली नोटों की खेप बरामद हुई।
जहां मौके से 43 लाख 24 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए। इनमें 26 लाख रुपए नोटों की गड्डी के रूप में और 18 लाख रुपए शीट के रूप में मिली। शीट्स को अभी काटा नहीं गया था और बताया जा रहा है कि इन्हें दूसरी जगह से लाया गया था। आरोपी इन नोटों की बड़ी खेप विभिन्न जगहों पर सप्लाई करने की योजना में थे।
एडीजी एसओजी के अनुसार नकली नोट इतने उच्च क्वालिटी के थे कि असली नोटों से फर्क करना मुश्किल था। नोटों पर वॉटर मार्क और सिक्योरिटी फीचर भी बिल्कुल असली जैसे दिख रहे थे। इस कार्रवाई में डीसीपी साउथ राजश्री राज वर्मा और एसओजी के डीआईजी परिस देशमुख का सुपरविजन रहा।
फिलहाल नारायण विहार थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ जारी है। वहीं पकड़े गए बदमाशों से मिली जानकारी के बाद पुलिस टीमें अलग-अलग जगहों पर रेड कर रही है।पुलिस को उम्मीद है कि पूछताछ से इस गैंग के अन्य सदस्यों तक भी पहुंचा जा सकेगा।