जयपुर। पुलिस मुख्यालय की स्पेशल टीम क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट (सीआईडी क्राइम ब्रांच) टीम की सूचना पर उदयपुर जिले की सवीना थाना पुलिस ने हाथी दांत बेचने की फिराक में घूम रहे एक युवती समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर तीन फीट लम्बा व आठ किलो वजनी हाथी दांत बरामद किया है। बरामद हाथी दांत की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब डेढ करोड रुपए है। गिरफ्तार आरोपियों में से एक सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर है। आरोपी तमिलनाडु के कोयंबटूर जिले से हाथी दांत की तस्करी कर उदयपुर सौदा करने गये थे।
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) दिनेश एमएन ने बताया कि सीआईडी क्राइम ब्रांच को कोयम्बटूर से हाथी दांत की तस्करी किए जाने की सूचना मिलने पर एक टीम गठित की गई। सूचना की पुष्टि होने के बाद उदयपुर जिले की सवीना थाना पुलिस को अवगत कराया गया।
इसके बाद सवीना पुलिस ने सीए सर्किल नायला तालाब के पास हाथी दांत का सौदा करने की फिराक में घूम रहे आरोपी राहुल मीणा (25) निवासी गढ़ी सवाई रामगढ़ जिला अलवर हाल नफरतगढ़ दिल्ली और इसके साथी अमृत सिंह गुर्जर (24) निवासी चुरखेड़ा महवा जिला दौसा, अर्जुन सिंह मीणा (25) व संजय सिंह मीणा (31) निवासी मीनापुर भुसावल जिला भरतपुर तथा मूलतः बिहार के सिवान जिला हाल पालड़ी मीणा खोह नागोरियान जयपुर निवासी युवती रीटा शाह (25) को गिरफ्तार किया गया है।
एडीजी ने बताया कि सीआरपीएफ में सब इंस्पेक्टर राहुल मीणा इनकी गैंग का सरगना है, फिलहाल कश्मीर के सोपोर में तैनात है। आरोपियों के विरुद्ध थाना सवीना पर वन्य जीव अधिनियम एवं अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस की टीम पूर्व में अब तक किये गए अपराधों, नेटवर्क और हाथी दांत की खरीफ फरोख्त के संबंध में गहनता से पूछताछ कर रही है।
एडीजी एमएन ने बताया कि कोयंबटूर के जंगलों में हाथी बहुतायत से पाए जाते हैं। गिरफ्तार एसआई राहुल मीणा ने 10 जुलाई 2022 से कोयम्बटूर में सीआरपीएफ की ट्रेनिंग शुरू की थी। इस साल जुलाई महीने में ही ट्रेनिंग पूरी हुई थी। अगस्त में छुट्टी लेकर घर आने निकला तो जंगल से हाथी के दांत खुद ही काट कर मोटे मुनाफे में बेचने अपने साथ ले आया। लेकिन अपने अपराध को स्टेट क्राइम ब्रांच की नजरों से बच ना सका।
एडीजी ने बताया कि आसूचना संकलन व सूचना डवलब कर पुष्टि करने में इंस्पेक्टर राम सिंह नाथावत, हेड कांस्टेबल शंकर दयाल शर्मा, कमल सिंह व रामनिवास, कांस्टेबल देवेंद्र, गोपाल लाल, विजय सिंह, कांस्टेबल चालक विश्राम की विशेष भूमिका रही।