जयपुर। सांगानेर मालपुरा गेट के निकट अवस्थित हरिहर मन्दिर(गुरुद्वारा) के पवित्र प्रांगण में दिव्य ज्योति जागृति संस्थान शाखा के तत्वावधान में बुधवार को पांच दिवसीय हरि कथा कार्यक्रम के तृतीय दिवस भक्तिमय प्रवाह में संपन्न हुआ। इस दौरान कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन एवं भजन गायन के साथ हुआ। दीप प्रज्ज्वलन में कान्ता शर्मा (पूर्व पार्षद सांगानेर ), तुलसी राम मास्टर (समाजसेवी ) दामोदर (पूर्व प्रत्यासी पार्षद ), लक्समीनारायण (कनिष्ठ लिपिक एस.डी. एम. ऑफिस ) प्रेम चंद जाजोरिया (समाज सेवी ) उपस्थिति रहे इस अवसर पर दिव्यगुरु आशुतोष महाराज की शिष्या व कथा व्यास साध्वी रंजीता भारती ने राजस्थान के लोकप्रिय संत पीपा जी की मार्मिक व रोचकपूर्ण विवेचना की ।
प्रवचन के दौरान उन्होंने कहा कि गागरोन के प्रतापी क्षत्रिय शूरवीर राजा पीपा गुरु रामानन्द के ज्ञान प्रभाव से राजगद्दी का त्याग कर भक्ति पथ का यात्री बन गया। गुरुकृपा से प्राप्त उस पूर्ण ईश्वर रूपी अनमोल धन के सामने राजा पीपा को सांसारिक धन व्यर्थ और तुच्छ नज़र आने लगा। संत शिरोमणि पीपा का उदाहरण देते हुए साध्वीजी ने बताया कि आज का मानव अंधाधुध धन कमाने के पीछे पड़कर अपने मूल कर्तव्य अर्थात ईश्वर का दर्शन कर उसे पाने की साधना करना को भूल चुका है । और इसी कारण आज यह जगत परेशान है, समाज में नैतिकता का पतन हो चुका है, मानवता का ह्रास हो चुका है ।
इसलिए विश्व के शान्ति हेतु , समाज के कल्याण हेतु पूर्ण गुरु का शरणागत आवश्यक है। केवल पूर्ण गुरु ही ब्रह्मज्ञान के द्वारा ईश्वर का दर्शन करवा कर कई राजा पीपा को संत पीपा बनाने का सामर्थ रखता है । कार्यक्रम के दौरान गुरु भक्तों द्वारा भजन गायन किया गया जिसमें उपस्थित श्रद्धालु भक्तजन भाव – विभोर होकर झूम उठे। तदोपरांत हरि आरती एवं दिव्य प्रसाद के साथ तृतीय दिवस का समापन हुआ। इस दौरान कार्यक्रम में आस-पास के सम्मानित व्यक्ति, समाजसेवी सहित सैकड़ों की संख्या में शहरवासी उपस्थित रहें।