जयपुर। ठिकाना मंदिर श्री रामचंद्र जी चांदपोल बाजार में गुरुवार को श्री राम जानकी विवाह उत्सव में मिजमानी उत्सव भक्ति भाव के साथ मनाया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं ने ठाकुरजी के समक्ष अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस अवसर पर ठाकुर जी को छप्पन भोग जिमाए गए । भगवान श्रीराम दरबार का अलौकिक श्रृंगार किया गया। जिसके पश्चात उन्हे गुलाबी जरदोजी की पोशाक धारण कराई गई और रत्न आभूषण धारण करवाए गए । छप्पन भोग दर्शन का विहंगम दृश्य देखते ही बन रहा था। शाम संध्या आरती के पश्चात जब भगवान श्रीराम, माता सीता के समक्ष छप्पन प्रकार के स्वादिष्ट नैवेद्य सजाए गए, तो पूरा परिसर भक्ति रस से सराबोर हो उठा। रामलला के इस विशेष श्रृंगार और भोग दर्शन को देखने के लिए भक्त जन उत्साहित दिखे ।
इन व्यंजनों का लगाया ठाकुरजी को भोग
मंदिर प्रबंधन के अनुसार छप्पन भोग में पारंपरिक व्यंजनों से लेकर विविध प्रकार की मिठाइयां शामिल की गईं। इनमे लड्डू, पेड़ा, मोहनथाल, मालपुआ, खीर, रसगुल्ला, गुजिया, बूंदी, शृंगारी, पंचमी रोट, दाल-बाटी, कढ़ी-चावल, पांच प्रकार की चटनी, और मौसमी फलों सहित अनेक नैवेद्य किए गए। पूरे परिसर में मंत्रोच्चार, भजन-कीर्तन और वैदिक विधियों का वातावरण भक्तों को अद्भुत दिव्यता का अनुभव करा रहा था। श्रद्धालुओं ने कहा कि मंदिर में इस बार इतने भव्य रूप में आयोजित छप्पन भोग दर्शन उनके लिए अविस्मरणीय अनुभव रहा।
कई भक्तों ने इसे “जीवन का सबसे अलौकिक क्षण” बताया। दर्शन के लिए सुरक्षा और व्यवस्था की व्यापक तैयारियां की गई थीं। भोग अर्पण के बाद प्रसाद वितरण भी शुरू हुआ, जिसे पाने के लिए भक्त उत्साहपूर्वक पंक्तिबद्ध दिखाई दिए। जयपुर में यह आयोजन रामभक्ति और भारतीय सांस्कृतिक परंपरा का एक जीवंत प्रतीक बन गया,जहां भक्ति, भाव और भोग, सब मिलकर दिव्यता का अद्वितीय संगम रचते दिखे।




















