जयपुर। सोडाला थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए में स्टील व्यापारी को गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम की धमकी देकर दस करोड़ रुपए मांगने वाले चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जानकारी के अनुसार इनमें से तीन आरोपी जयपुर के सीके बिरला हॉस्पिटल में नर्सिंग कर्मचारी हैं और साथ ही एक आरोपी सट्टे का काम भी करता है। बदमाशों ने रंगदारी मांगने के लिए पहले व्यापारी के चालक से दोस्ती की। इसके बाद उससे पूरी जानकारी जुटाने के बाद गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम से धमकी देकर दस करोड़ रुपए मांगे। फिलहाल आरोपितों से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर दक्षिण दिगंत आनंद ने बताया कि सोडाला थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए में स्टील व्यापारी को गैंगस्टर रोहित गोदारा के नाम की धमकी देकर दस करोड़ रुपए मांगने वाले जयप्रकाश कुमावत उर्फ जय (24) निवासी माधोराजपुरा जयपुर ग्रामीण हाल मुहाना,लोकेन्द्र सिंह उर्फ देवेंद्र सिंह (27) निवासी मकराना जिला नागौर हाल दुर्गापुरा जयपुर,लखन कसाना उर्फ हैरी (21) निवासी अलवर हाल गुर्जर की थड़ी जयपुर और महेश कुमावत (25) निवासी माधोराजपुरा जयपुर ग्रामीण को गिरफ्तार किया।
पुलिस जांच में सामने आया कि गिरफ्तार आरोपी जय प्रकाश कुमावत सट्टे का काम करता है। इस काम के लिए उसने सीके बिरला के पास एक फ्लैट किराए पर लिया हुआ है। जयप्रकाश ने ही अपने दोस्त महेश कुमावत को हॉस्पिटल में नौकरी पर लगाया था। यहां उनका एक कॉमन दोस्त लोकेश सिंह पहले से काम कर रहा था। जय प्रकाश ने लोकेश सिंह से कुछ समय पहले पांच लाख रुपए लिए थे। लोकेश जय प्रकाश से पैसा वापस मांग रहा था।
पैसा नहीं था तो बड़ी वारदात कर पैसा कमाने का प्लान बनाया। जहां अस्पताल में एक मरीज किडनी की परेशानी के कारण डायलिसिस कराने के लिए नई-नई कारों से आती है। इस के बाद तीनों ने उसकी रेकी करनी शुरू कर दी। इस के बाद बदमाशों ने महिला के चालक सुनील यादव से दोस्ती की और उसे फ्लैट पर लेकर गए। धीरे-धीरे दोस्ती गांठी और व्यापारी के बारे में जानकारी जुटाई।
इसके बाद आरोपित जयप्रकाश,महेश कुमावत और लोकेन्द्र सिंह 25 मई को फ्लैट से निकल कर गुर्जर की थड़ी पहुंचे। यहां लखन कसाना उन्हें मिला। जहां बदमाशों ने महेश कुमावत को भेजकर एक कीपैड मोबाइल खरीदा। इसे लखन कसाना ने रिचार्ज किया और फिर 27 मई को बदमाशों ने फोन कर व्यापारी को रोहित गोदारा के नाम से धमका कर 10 करोड़ की डिमांड की।
बदमाशों को व्यापारी के बारे में जो भी जानकारी थी, उसे देकर कहा- वह उस के बारे में जब कुछ जानते हैं। सूचना मिलने पर पुलिस अलर्ट हो गई और धमकी वाले नम्बर की जांच की तो पता चला की अलवर के एक बुजुर्ग की आईडी से नंबर लिया गया है। इसके बाद पुलिस टीम और टेक्निकल टीम ने अपने स्तर पर काम करना शुरू किया। कुछ दिन में बदमाशों की डिटेल पुलिस को मिलने पर चारों बदमाशों को पकडा।