जयपुर। अखिल विश्व गायत्री परिवार और राज्य सरकार मिलकर इस मानसून में अमृत पर्यावरण महोत्सव: महा वृक्षारोपण अभियान का शुभारंभ करेंगे। गायत्री परिवार के देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति डॉ. चिन्मय पंड्या और केन्द्र सरकार के एक पेड़ नाम के नाम अभियान को प्रदेश में जोरशोर से चला रहे शिक्षा एवं पंचायती मंत्री मदन दिलावर की इस संबंध में वार्ता हो चुकी है। जल्दी ही गायत्री परिवार का एक प्रतिनिधि मंडल दिलावर से इस संबंध में अंतिम चर्चा करेगा। पौधरोपण से पूर्व हवन और तरु पूजन किया जाएगा। पौधे को पुत्र या मित्र मानकर उसकी देखभाल का संकल्प लिया जाएगा।
गायत्री परिवार राजस्थान जोन समन्वयक ओम प्रकाश अग्रवाल ने बताया कि अभियान के अंतर्गत राज्य सरकार की ओर से पौधे निशुल्क प्रदान किए जाएंगे। सुनिश्चित स्थान पर गड्ढ़े करने की व्यवस्था भी होगी। यदि एक स्थान पर 200 से ज्यादा पौधे लगेंगे तो उनको सुंरक्षित एवं देखभाल करने के लिए अलग से मनरेगा का एक कर्मचारी राज्य सरकार की ओर से नियुक्त किया जाएगा।
वह उन पौधों में पानी भी देगा। इस संबंध में उपजोन समन्वयक, जिला समन्वयक, शक्तिपीठ, प्रज्ञा पीठ व्यवस्थापक, चेतना केन्द्र, प्रज्ञा मंडलों से अपने-अपने क्षेत्रों में उन स्थानों का चयन कर बताने को कहा गया जहां पौधरोपण करना है। पौधों को पानी देने और पौधों की सुरक्षा के उपाय भी सुझाने को कहा गया है गायत्री परिवार की सभी शाखाओं को फॉर्म दिया गया जिसमें वे वांछित सूचनाएं भरकर देंगे। उसके बाद राज्य सरकार को पौधों की मांग की जाएगी।
संकट से बचाने का एकमात्र उपाय वृक्षारोपण:
शांतिकुंज हरिद्वार में गायत्री परिवार राजस्थान के प्रभारी गौरीशंकर सैनी ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण गायत्री परिवार के सप्त आंदोलनों में से एक है। वृक्षारोपण का यह उपयुक्त समय भी है। आज पर्यावरण का संतुलन बिगड़ रहा है। विकास के कारण पेड़ों की कटाई भी काफी हो रही है। इस धरा को भावी पर्यावरण के संकट से बचाने का एकमात्र उपाय है कि बहुत बड़े स्तर पर वृक्षारोपण अभियान चलाया जाए।