12 से 14 दिसंबर तक होगा राष्ट्रीय गुर्जर महोत्सव

0
36
Ghoomar Festival on November 19
Ghoomar Festival on November 19

जयपुर। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित सूरजकुंड मेला ग्राउंड में आगामी 12, 13 और 14 दिसंबर को राष्ट्रीय गुर्जर महोत्सव का आयोजन होगा। यह महोत्सव गुर्जर आर्ट एंड कल्चर ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बार देशभर से समाज के 20 लाख से अधिक लोग इस आयोजन में शामिल होंगे। आरएलडी प्रदेश अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक जोगिंदर सिंह अवाना ने बताया कि यह लगातार चौथा वर्ष है जब सूरजकुंड मेला ग्राउंड में गुर्जर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

अवाना ने बताया कि इस ऐतिहासिक आयोजन में गुर्जर समाज की सभ्यता, संस्कृति और कला को प्रदर्शित किया जाएगा। साथ ही समाज के उन प्रतिभावान लोगों का परिचय भी कराया जाएगा जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य कर समाज का नाम रोशन किया है। महोत्सव में समाज के पारंपरिक रहन-सहन, खान-पान और वेशभूषा का भी जीवंत प्रदर्शन होगा।

हिंदू—मुस्लिम और सिख—तीनों धर्मों में गुर्जर समाज की उपस्थिति

पूर्व विधायक अवाना ने बताया कि गुर्जर समाज केवल हिंदू धर्म में ही नहीं, बल्कि मुस्लिम और सिख धर्म में भी बड़ी संख्या में मौजूद है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में लोग इस आयोजन में भाग लेंगे।
राजस्थान से आने वाले लोगों के लिए सूरजकुंड मेला ग्राउंड में एक विशेष पंडाल बनाया जाएगा, जिसे भगवान देवनारायण पंडाल नाम दिया जाएगा।
अवाना ने कहा, “पिछले वर्ष करीब 20 लाख लोग इस महोत्सव में शामिल हुए थे, लेकिन इस बार यह संख्या इससे कहीं अधिक होगी। देशभर से हमें समाज के लोगों का शानदार समर्थन मिल रहा है।”

कार्यक्रम रहेगा पूरी तरह गैर-राजनीतिक

अवाना ने स्पष्ट किया कि यह आयोजन पूरी तरह गैर-राजनीतिक है। हालांकि विभिन्न राजनीतिक दलों से जुड़े समाज के लोग और अन्य जातियों के नेता भी इस आयोजन में शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा अन्य समाजों के लोग भी इस सांस्कृतिक उत्सव का हिस्सा बनेंगे और गुर्जर समाज की वेशभूषा, परंपरा और जीवनशैली को नजदीक से जानने का अवसर पाएंगे।

युवा पीढ़ी को संस्कृति से जोड़ना उद्देश्य

पूर्व विधायक अवाना ने कहा कि इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवा पीढ़ी को समाज के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति से अवगत कराना है। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारी नई पीढ़ी जाने कि हमारे पूर्वजों की क्या परंपराएं रही हैं, और समाज ने किन-किन क्षेत्रों में योगदान दिया है।”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here