ड्रग कारोबार के खिलाफ सरकार का अभियान निरंतर जारी :शाह

0
315

नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली -राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक बड़े नार्को -नेटवर्क का भंडाफोड़ करने के लिए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और दिल्ली पुलिस की सराहना करते हुए कहा है कि ड्रग कारोबार के खिलाफ सरकार का अभियान निरंतर जारी है।

शाह ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “ ड्रग्स के खिलाफ मोदी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत, दिल्ली-एनसीआर में एक बड़े नार्को-नेटवर्क का भंडाफोड़ किया गया। एनसीबी और दिल्ली पुलिस ने गिरोह को दबोचते हुए 27.4 करोड़ रुपये मूल्य के मेथमफेटामाइन, एमडीएमए और कोकीन बरामद किए और पांच लोगों को गिरफ्तार किया। मैं इस बड़ी कामयाबी के लिए एनसीबी और दिल्ली पुलिस की सराहना करता हूँ।”

दिल्ली के छतरपुर क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाले मेथमफेटामाइन के लेन-देन की सूचना मिलने पर, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की संयुक्त टीम ने संदिग्धों पर नजर रखी। टीम ने एक संदिग्ध वाहन को रोका, जिसमें 5.103 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाला क्रिस्टल मेथमफेटामाइन बरामद हुआ, जिसकी अनुमानित कीमत 10.2 करोड़ रुपये है। वाहन में सवार पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें चार अफ्रीकी नागरिक शामिल हैं, जो नाइजीरिया के एक प्रभावशाली परिवार से संबंधित हैं।

मौके पर की गई गहन पूछताछ और तकनीकी जांच से पता चला कि यह प्रतिबंधित सामग्री पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर स्थित एक अफ्रीकी किचन से लाई गई थी। जब इस किचन की तलाशी ली गई, तो वहां से 1.156 किलोग्राम क्रिस्टल मेथमफेटामाइन, 4.142 किलोग्राम अफगान हेरोइन और 5.776 किलोग्राम एमडीएमए (एक्स्टसी पिल्स) बरामद हुए, जिनकी कुल अनुमानित कीमत 16.4 करोड़ रुपये है। इसके अतिरिक्त, ग्रेटर नोएडा में एक किराए के अपार्टमेंट की तलाशी के दौरान 389 ग्राम अफगान हेरोइन और 26 ग्राम कोकीन भी बरामद की गई।

जांच में पता चला कि यह गिरोह अफ्रीकी युवाओं को नशीले पदार्थों की तस्करी में शामिल होने में मदद करता था और उन्हें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और पंजाब के प्रमुख निजी विश्वविद्यालयों में दाखिला के लिए स्टूडेंट वीजा प्राप्त करने में मदद करता था। कुछ ऐसे छात्रों के मामले में, वीजा केवल भारत में रहने का एक माध्यम था, जबकि वे ड्रग्स की आपूर्ति और क्रिप्टो करेंसी के जरिए धन हासिल करने में सक्रिय रूप से लगे हुए थे। इसके अलावा, इस ड्रग सिंडिकेट के संपर्कों की पहचान के लिए जांच जारी है।

ब्यूरो ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ लड़ाई में नागरिकों से सहयोगी की अपील करते हुए कहा है कि कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन – मानस के टोल-फ्री नंबर 1933 पर कॉल करके नशीले पदार्थों की बिक्री से जुड़ी जानकारी साझा कर सकता है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here