जयपुर। एमपीएस इंटरनेशनल में ‘मुस्कान’ थीम पर ‘स्पेक्ट्रम’ 2024- 25 वार्षिक उत्सव का भव्य आयोजन मुख्य अतिथि गवर्नर हरिभाऊ किसनराव बागडे, विशिष्ट अतिथि प्रदीप कुमार चांडक और सी.ए. सतीश तापड़िया, अध्यक्ष केदारमल भाला, उपाध्यक्ष बजरंग लाल बाहेती, महासचिव शिक्षा मधुसूदन बिहाणी, समाज के सम्माननीय पदाधिकारीगण, एम एम सी मेंबर्स, अभिभाव आदि की उपस्थिति में किया गया।
अतिथियों का स्वागत व अभिनंदन संस्कृति एवं संस्कारों का आधार वैदिक श्लोकों के उच्चारण से किया गए। जिससे संपूर्ण प्रांगण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार हुआ। तत्पश्चात दीप प्रज्वलित कर गणपति व माँ सरस्वती की वंदना की गई। साक्षात शक्ति स्वरूपा माँ दुर्गा की आराधना करते हुए महिषासुर मर्दिनी स्रोत, बच्चों द्वारा भावों की अभिव्यक्ति सहज बनाने के उद्देश्य से ‘मुस्कान’ थीम पर डांस- ड्रामा ,भरतनाट्यम , कथक एवं ऑर्केस्ट्रा की प्रस्तुति देते हुए विद्यार्थियों ने अपनी अद्वितीय प्रतिभा का प्रदर्शन किया। प्राचार्या ने एनुअल रिपोर्ट प्रस्तुत की।
वर्षभर आयोजित शैक्षणिक तथा सह- शैक्षणिक गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत कर उनका उत्साहवर्धन किया गया। विद्यालय प्राचार्या मंजू शर्मा ने कार्यक्रम की थीम ‘मुस्कान’ रखने के पीछे अपना मंतव्य साझा करते हुए कहा कि सभी माता-पिता अपने बच्चों की बात सुनें और इस भीड़ भरी दुनिया में उन्हें अकेला ना छोड़ें।

वर्तमान समय में हम सभी का ध्यान बच्चों को केवल भौतिक सुख – सुविधाएँ उपलब्ध करवाने पर रहता है। हम व्यस्ततम दिनचर्या के कारण इन नौनिहालों को अपना अमूल्य समय नहीं दे पाते। बच्चा इस प्रतिस्पर्धा के युग में अपने साथियों एवं अन्य लोगों द्वारा किए जा रहे हरेसमेंट,बुलिंग व अनुचित व्यवहार को किसी से साझा नहीं कर पाता तथा सदैव तनावग्रस्त रहता है।
बच्चों को मानसिक व बौद्धिक मजबूती प्रदान करना न केवल शिक्षकों की जिम्मेदारी है अपितु हम सबको मिलकर प्रयास करने होंगे। ताकि उनकी मुस्कान उन्हें लौटाई जा सके। सुनियोजित व विद्यार्थी केंद्रित कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए मुख्य अतिथि तथा विशिष्ट अतिथि ने कहा कि वर्तमान युग में पीयर प्रेशर, शोषण तथा हीन भावना से ग्रस्त, माता-पिता की महत्वाकांक्षा व तुलनात्मक व्यवहार का शिकार हुए बच्चों को मानसिक संबल प्रदान कर उनका सर्वांगीण विकास करना ही शिक्षा का उद्देश्य है एवं इसे पूर्ण निष्ठा के साथ यहाँ फलित किया जा रहा है।
ईसीएमएस परिवार व अतिथियों ने मशाल प्रज्वलित कर विद्यालय को शिक्षा के नए आयामों तक पहुँचाने का तथा सीमा पर तैनात जवानों का संबल बनने का संकल्प लेते हुए कार्यक्रम का समापन किया।