गोविंद देवजी मंदिर में जलाई अश्लीलता-व्यसनों की होली

0
335
Holi of obscenity and addiction was lit in Govind Devji temple
Holi of obscenity and addiction was lit in Govind Devji temple

जयपुर। रंगों के पर्व होली पर अश्लीलता, फुहड़ता और व्यसन की जगह सभ्यता, शालीनता, नशा मुक्ति का संदेश देने के लिए आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में रविवार को वैदिक होली उत्सव-2025 का धूमधाम से आयोजन किया गया । मंदिर महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य इस मौके पर नौ कुंडीय गायत्री भी महायज्ञ किया गया। ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देवजी के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने प्रारंभ में गोविंद देवजी, वेदमाता गायत्री और गुरू सत्ता का पूजन कर दीप प्रज्जवलन किया। इंजीनियरिंग माइनिंग एसोशिएशन के चेयरमैन ललित सोनी, ओमवीर भार्गव, रमेश अग्रवाल, कैलाश अग्रवाल ने देव पूजन किया।

सैकड़ों लोगों ने समतामूलक समाज बनाने की कामना के साथ गायत्री महामंत्र से आहुतियां अर्पित की। गायत्री तीर्थ शांतिकुंज हरिद्वार से संबद्ध गायत्री शक्तिपीठ ब्रह्मपुरी के दिनेश आचार्य, डॉ अजय भारद्वाज, दिनेश भारद्वाज, सृष्टि ने प्रज्ञा गीतों की प्रस्तुतियों के साथ यज्ञ संपन्न कराया। गायत्री शक्तिपीठ बह्मपुरी के व्यवस्थापक सोहनलाल शर्मा, सह व्यवस्थापक मणि शंकर चौधरी के निर्देशन में तीन पारियों में श्रद्धालुओं ने गायत्री, महामृत्युंजय महामंत्र, सूर्य, रूद्र, शिव, नवग्रह, नृसिंह गायत्री मंत्र से 108 आहुतियां प्रदान की।

तीन जन्म दिन और एक पुंसवन संस्कार भी मनाया गया। एक बुराई छोड़ने और एक अच्छाई ग्रहण करने के साथ पूर्णाहुति की गई। संगीतमय आरती, शांति अभिसिंचिन के साथ यज्ञ संपन्न हुआ। गायत्री चेतना केंद्र जनता कॉलोनी की ओर से लागत दर पर पुस्तकें उपलब्ध कराई गई।

जलाई अश्लीलता की होली:

आयोजन का मुख्य आकर्षण अश्लीलता और व्यसनों की होली रही। यज्ञ के बाद लोग हाथ में अश्लीलता का दैत्य जलाना है संस्कृति का प्रहलाद बचाना है….सार्थक होली चलो मनाओ दुर्विचारों को आज जलाओ…जैसे नारे लिखी तख्ती थामकर होलिका दहन स्थल पहुंचे। जयकारों के साथ होली का दहन किया गया। जलती हुई अग्नि में बीडी, सिगरेट, गुटखा, भांग डाली गई । होली के रंग में प्रभु मन भी जरा रंगा दो…जैसे होली के प्रेरक संदेश देने वाले प्रज्ञा गीतों की स्वर लहरियों के साथ फूलों की होली खेली गई।

होलिका दहन में अर्पित करने की सामग्री की वितरित:

यज्ञ में शामिल होने वाले लोगों को 80 तरह की जड़ी-बूटियों से तैयार विशिष्ट हवन सामग्री के 1100 पैकेट निशुल्क वितरित किए गए। यह सामग्री होलिका दहन में अर्पित की जाएगी। होलिका दहन की अग्नि पर थोड़ी सी हवन सामग्री डालकर घर पर भी धूप दे सकते है। इससे घर की नकारात्मकता दूर होकर सकारात्मकता का वातावरण बनेगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here