जयपुर। अरुणाचल प्रदेश स्थित परशुराम कुंड पर समरसता के देवता चिरंजीवी भगवान परशुराम की मूर्ति की स्थापना का कार्य बुधवार को विधिवत प्रारंभ किया गया। महंत हरिशरण दास के सान्निध्य में वैदिक मंत्रोच्चार से पूजन उपरांत स्थापना का कार्य आरम्भ हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने परशुराम जी के श्री चरणों में नमन कर विधिपूर्वक स्थापना का बड़ा संदेश दिया।
अरुणाचल सरकार के सहयोग से ब्राह्मणों के सबसे बड़े संगठन विप्र फाउंडेशन कर रहा है मूर्ति स्थापना
बताया जा रहा है कि लोहित नदी के तट पर 54 फीट की विशालकाय प्रतिमा की स्थापना ,केंद्र व अरुणाचल सरकार के सहयोग से ब्राह्माणों के सबसे बड़े संगठन विप्र फाउंडेशन के तत्वावधान में किया जा रहा है। इस अवसर पर मेघवाल ने तीर्थं क्षेत्र में पौधारोपण भी किया। इस अवसर पर उन्होने बताया कि इस क्षेत्र में समग्र विकास के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता भी दोहराई।
उन्होने कहा कि सांस्कृतिक चेतना एव एकता की दिशा में यह प्रकल्प महती भूमिका निभाऐगा। इस अवसर पर स्थानीय विधायक चाऊ जिगनू नामचूम ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। मूर्ति प्रतिष्ठा समिति के संयोजक ,विप्र फाउंडेशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष परमेश्वर शर्मा सालासर ने बताया कि पिछले चार सालों से संस्था के कार्यकर्तां इस मुहिम में लगे हुए थे और अब उनकी कड़ी मेहनत रंग लाने लगी है। इस धार्मिक अनुष्ठान में विप्र फाउंडेशन के रमेश शास्त्री, संजय त्रिवेदी, कौशल शर्मा, रघु शर्मा ने अर्जुन राम मेघवाल की अगवानी की।
पिलानी के ख्यातिनाम मूर्तिकार ने तराशा है परशुराम की मूर्ति को, पूर्व में केंद्रीय मंत्री कर चुके है भूमि पूजन
गौरतलब है कि परशुराम कुंड पर स्थापित की जा रहीं भगवान परशुरा की 54 फीट की मूर्ति पंच धातु से निर्मित की गई है और उसे पिलानी के ख्यातिनाम मूर्तिकार नरेश कुमावत ने तराश है। परशुराम कुंड को पांचवें तीर्थ के रूप में विकसित करने का भूमि पूजन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कर कमलों से पहले ही हो चुका है।