जयपुर। आईआईएस (डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी), जयपुर के चांसलर डॉ. अशोक गुप्ता, वाइस चांसलर टी. एन. माथुर और रजिस्टार डॉ. राखी गुप्ता के मार्गदर्शन में इंटरनेशनल सेल द्वारा “उच्च शिक्षा में अंतर्राष्ट्रीयकरण के भविष्य” पर एक अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में स्पेन की यूनिवर्सिटी ऑफ डीयूस्टो के सामाजिक एवं मानविकी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर एसर एलटुना गार्सिया डी सालाजार उपस्थित रहे।
सेमिनार का उद्देश्य वैश्विक दृष्टिकोण को बढ़ावा देना और शिक्षण रणनीतियों को पाठ्यक्रम और कार्यक्रम परिणामों के साथ समन्वित करना था।
इस आयोजन में शिक्षण पद्धतियों और शिक्षा के परिणामों को एकीकृत कर उच्च शिक्षा को अंतरराष्ट्रीय दिशा देने पर विचार-विमर्श किया गया। सेमिनार के पहले सत्र में एसर एलटुना गार्सिया डी सालाजार ने विभिन्न विश्वविद्यालयों के शिक्षाविदों से “अंतरराष्ट्रीयकरण के माध्यम से उच्च शिक्षा का रूपांतरण” विषय पर चर्चा की।
दूसरे सत्र में “उच्च शिक्षा में अंतरराष्ट्रीयकरण की संस्कृति का निर्माण” विषय पर पैनल डिस्कशन का आयोजन किया गया, जिसमें मणिपाल यूनिवर्सिटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रोफेसर और पूर्व निदेशक-इंटरनेशनल कोलैबोरेशंस, ईयू फंडिंग के प्रोजेक्ट मैनेजर प्रो. डॉ. संतोष पाटिल, राजस्थान विश्वविद्यालय के एकेडमिक स्टाफ कॉलेज की निदेशक डॉ. रश्मि जैन और आईबीएस, जयपुर की डीन डॉ. अर्चना राठौड़ ने भाग लिया।
सेमिनार में एमिटी यूनिवर्सिटी के प्रो. संजीब पाल, कनोरिया महिला कॉलेज के डॉ. आकांक्षा गंडा और डॉ. शुचि चौधरी, सुरेश ज्ञान विहार यूनिवर्सिटी के डॉ. श्रुति तिवारी, महात्मा गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के डॉ. रजत वोहरा और डॉ. अभिषेक जादौन एवं आईआईएस यूनिवर्सिटी के डीन्स, डायरेक्टर्स और प्रोफेसर्स उपस्थित रहे।
इस दौरान वैश्विक शिक्षा के रुझानों और उच्च शिक्षा के अंतर्राष्ट्रीयकरण को बढ़ावा देने के लिए नए दृष्टिकोण साझा किए गए। सेमिनार ने शिक्षा के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग और संवाद को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान किया।