जयपुर। खाटू नरेश के लक्खी मेले में हाजिरी देने के लिए छोटीकाशी से पदयात्राओं की रवानगी को सिलसिला जारी है। शुक्रवार को जयपुर की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी पदयात्रा रामगंज बाजार के कांवटियों का खुर्रा स्थित श्री श्याम प्राचीन मंदिर से बैंडबाजों के साथ रवाना हुई। पदयात्रा में करीब पांच हजार श्रद्धालु शामिल हुए ।
इस 58वीं पदयात्रा की रवानगी से पूर्व श्री श्याम प्राचीन मंदिर के महंत प. लोकेश मिश्रा ने चांदी के रथ में विराजे श्याम प्रभु का पूजन किया। पदयात्रा सयोजक अशोक मिश्रा और कुंजबिहारी आबासवाला ने बताया कि सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा, धर्म प्रचारक विजय शंकर पांडेय, सर्व समाज हिंदू महासभा के अध्यक्ष चंद्रप्रकाश भाड़ेवाला एवं अन्य ने पदयात्रा को रवाना किया। हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य ने रामगंज बाजार में मुख्य रथ की अगवानी की। वहीं शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज, श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बड़ी चौपड़ पर अगवानी की। पदयात्रा में श्याम प्रभु की छवि को चांदी के रथ में विराजमान किया गया।
रथ को खींचने के लिए भक्तों में होड़ रही। जो लोग खाटू नहीं जा रहे उन्होंने जगह-जगह रथ को अपने हाथों से खींचा। रंग-बिरंगे कुर्ता-पायजामा, सिर पर पगड़ी पहने पदयात्री गले में दुपट्टा डाले और हाथों में मोर पंख से सजे निशान को लेकर चल रहे थे। कुछ युवा भक्ति और उत्साह के अतिरेक में अपने निशान को घुमावदार तरीके से लहराया तो अन्य श्रद्धालु निशान के नीचे से निकले।
पदयात्रा में हर उम्र के श्रद्धालु भक्ति की मस्ती में डूबकर चल रहे थे। नन्हें-मुन्ने बच्चे भी पिता के कंधों पर सवार थे। पदयात्रा के रवानगी स्थल से झोटवाडा़ रोड तक आधा दर्जन बैंडबाजे भजनों की स्वर लहरियां बिखेरते साथ चल रहे थे। वहीं पदयात्रियों का एक समूह ढप और चंग के साथ होली की धमाल गाते हुए फाल्गुनी माहौल का आनंद ले रहा था।
रामगंज से चांदपोल तक पदयात्रियों पर जगह-जगह पुष्प और इत्र वर्षा की गई। श्रद्धालुओं ने एक-दूसरे के गुलाल लगाई।
पदयात्रा में अलग-अलग नजारे दिखे। कोई समूह राजस्थानी पगड़ी में नजर आ रहा तो महिलाओं के अलग-अलग समूह एक ही वेशभूषा में थे। कई महिलाएं मोर छड़ी लेकर चल रहीं थी तो किसी की गोद में लड्डू गोपाल थे। बड़ी चौपड़ से चांदपोल तक कई स्थानों पर पदयात्रियों को मिल्क रोज, फल, पानी, कचोरी का वितरण किया।
बड़ी चौपड़ पर दिखा सांप्रदायिक सौहार्द
पदयात्रा जब बड़ी चौपड़ पर पहुंची तो वहां रमजान माह के पहले जुम्मे की नमाज अदा
रमजान के पहले जुम्मे की नमाज की तैयारियां चल रही थी। बड़ी चौपड़ पर रामगंज से एक साथ पदयात्रियों और नमाजियों के हुजूम आ रहे थे। पुलिस प्रशासन ने पदयात्रा आयोजकों से आग्रह किया कि पदयात्रियों को बड़ी चौपड़ से आगे बढ़ा दिया जाए ताकि जुम्मे की नमाज की व्यवस्था की जा सकें। आयोजकों प्रशासन पूरा सहयोग करते हुए अजान से पूर्व पदयात्रा को बड़ी चौपड़ से पार करवा दिया। इस बीच बार-बार ऐसा हुआ कि एक ओर जौहरी बाजार से अजान की आवाज आ रही थी तो दूसरी ओर रामगंज बाजार से जय श्रीराम, जय श्रीश्याम का जयघोष सुनाई दे रहा था। वही जुम्मे की नवाज के बाद पदयात्रियों पर विशेष समुदाय के लोगों ने पुष्प वर्षा की ।
विश्राम स्थल पर किया संकीर्तन:
पदयात्रियों ने दोपहर को झोटवाड़ा रोड स्थित चमत्कारेश्वर महादेव मंदिर में विश्राम कर भोजन किया। अपराह्न साढ़े तीन बजे से यहां से रवानगी लेकर सीकर रोड की ओर प्रस्थान किया। सीकर रोड से कई अन्य पदयात्राएं भी गुजर रही थी। पदयात्रियों ने रात्रि विश्राम हरमाड़ा स्थित गुड़वालाज फार्म हाऊस में किया। यहां रात्रि कीर्तन भी हुआ।
पदयात्रा चौमूं, गोविन्दगढ़ स्टेडियम, रींगस में रात्रि विश्राम करते हुए मंगलवार 19 मार्च को खाटू पहुंचेगी। खाटूधाम में शाम 5 बजे पीपल गट्टा पर पूजन करने के बाद बाबा के दरबार में निशान चढ़ाएंगे। रात्रि विश्राम जयपुर वालों की धर्मशाला में होगा। बुधवार 20 मार्च को श्री श्याम सत्संग मंडल संस्था, जयपुर की ओर से शाम 7: 30 बजे से आयोजित फाल्गुन एकादशी महोत्सव में शामिल होंगे। भजन संध्या श्री श्याम चैरिटेबल ट्रस्ट, जयपुर वालों की धर्मशाला में होगी।
श्री श्याम भरोसे संध्या परिवार:
श्री श्याम भरोसे संध्या परिवार की जयपुर से खाटूधाम की प्रथम पदयात्रा रामगंज बाजार के रावजी का खुर्रा स्थित श्री ओमकारेश्वर महादेव मंदिर से रवाना हुई। इमसें सैंकड़ों पदयात्री हाथों में निशान लिए हुए शामिल हुए। पदयात्रा 19 मार्च को खाटू पहुंचेगी।
श्री श्याम मंदिर हीदा की मोरी:
श्री श्याम मंदिर चेरिटेबल ट्रस्ट हीदा की मोरी के तत्वावधान में 21वीं पदयात्रा हीदा की मोरी स्थित श्रीश्याम मंदिर से रवाना हुई। हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य पदयात्रा को रवाना किया। पदयात्रा हरमाड़ा, चौमूं, गोविंदगढ़ और रींगस में रात्रि विश्राम करते हुए 19 मार्च को खाटूश्याम जी मंदिर पहुंचेगी।