जयपुर। प्रदेश की लोक कला विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रही है। जवाहर कला केन्द्र के आउटरीच प्रोग्राम के तहत कलाकारों को राष्ट्रीय स्तर पर मंच प्रदान किया गया। 22 से 26 जनवरी को उत्तर प्रदेश में आयोजित विभिन्न समारोह में प्रदेश के कलाकारों ने थार की संस्कृति की छटा बिखेरी।
22 जनवरी को अयोध्या में मनाए गए रामोत्सव व 24 से 26 जनवरी तक लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में हुए उत्तर प्रदेश दिवस समारोह में यह प्रस्तुतियां हुई। जवाहर कला केन्द्र की ओर से पहुंचे ममता सपेरा व समूह के नृत्य कलाकारों ने कालबेलिया, चरी, भवाई तथा लोकवाद्यों के रूप में रावणहत्था, सारंगी, खड़ताल वादकों के कलाकारों ने पाँच अलग—अलग चयनित मुख्य मंचों पर अपनी प्रस्तुति दी।

वहीं शिल्पग्राम के मुख्य मंच पर चूरु के किशनलाल गीला व समूह के कलाकारों ने शेखावाटी चंग धमाल की विशेष प्रस्तुति दी जिसे खूब सराहना मिली। पाँच दिवसीय कार्यक्रम का समापन 26 जनवरी को लखनऊ के राजपथ स्थित विधान भवन के समक्ष भारत के अलग-अलग राज्यों की विभिन्न प्रस्तुतियों के साथ हुआ जिसमें राजस्थान के कलाकारों ने प्रदेश की संस्कृति के रंगों से सभी को सराबोर कर दिया।