जयपुर। राजधानी मुख्यालय स्थित जेईसीसी में नवीन आपराधिक कानून के संबंध में चल रही प्रदर्शनी के तहत तकनीकी सत्रों का आयोजन लगातार जारी है। नवीन आपराधिक कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन और विभिन्न हितधारकों की भूमिका को समझने के लिए शुक्रवार अक्टूबर को एक महत्वपूर्ण पैनल डिस्कशन आयोजित किया गया। इस सत्र में जोधपुर कमिश्नरेट के पुलिस अधिकारियों और विभिन्न गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ ) के सदस्यों ने भाग लिया।
नागरिक-केंद्रित प्रावधानों पर फोकस
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एवं राजस्थान पुलिस अकादमी के निदेशक एस. सेंगाथिर ने सत्र में महानिरीक्षक पुलिस (सतर्कता) राजस्थान प्रफुल्ल कुमार ने प्रतिभागियों के साथ नवीन कानूनों के प्रमुख विधिक प्रावधानों पर चर्चा की। इस चर्चा का मुख्य केंद्र बिंदु नागरिक-केंद्रित, पीड़ित-केंद्रित प्रावधान और पुलिस प्रक्रिया से जुड़े महत्वपूर्ण बदलाव रहे।
आईजी कुमार ने प्रतिभागियों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए उनके साथ गहन संवाद किया, जिससे पुलिस और एनजीओ सदस्यों के बीच कानूनी प्रावधानों की समझ और सहयोग को बढ़ावा मिला।
इस महत्वपूर्ण सत्र में कांस्टेबल से लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक स्तर तक के पुलिस अधिकारियों और एनजीओ के सदस्यों सहित कुल 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम पुलिस को नए कानूनी ढांचे के अनुसार अपनी कार्यप्रणाली को ढालने और पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाने में एनजीओ जैसे हितधारकों के साथ बेहतर तालमेल बिठाने में सहायक होगा।