जयपुर। संविधान की जन्म कथा एवं हमारा संविधान भाव एवं रेखांकन संविधान के चित्र पर आधारित पुस्तक राज्यपाल को मिलकर भेंट की। पुस्तक के लेखक लक्ष्मीनारायण भाला लक्खी दा ने पुस्तके अपने हाथ से भेंट की।
बातचीत करते हुए पुस्तक के लेखक लक्ष्मी नारायण भाला ने बताया कि संविधान में चित्र बनाए गए हैं। वह चित्र क्या कहते हैं, उन्हीं को लेकर यह पुस्तक उन्होंने लिखी है। जिस देश का खुद का संविधान नहीं है, उसने हमसे हमसे इतना बड़ा संविधान लिखवाया। उसकी कहानी भी उन्होंने संविधान की जन्म कथा पुस्तक पर लिखी है। दोनों पुस्तकों को लेकर राज्यपाल महोदय से विस्तृत चर्चा भी हुई।
इस मौके पर राज्यपाल महोदय का स्वागत भी किया गया। स्वागत के दौरान श्रीफल, पटका, शॉल एवं पुष्प गुच्छ भेंट किए।
राज्यपाल महोदय ने कहा कि इस प्रकार की पुस्तकें अधिक से अधिक लोगो के पास पहुँचनी चाहिए। पुस्तक सभी को पढ़नी चाहिए। जिससे संविधान में मुद्रित छाया चित्रों का सभी को पता चले।
इस अवसर पर चाणक्य वार्ता के सलाहकार एवं वरिष्ठ पत्रकार अजय नागर ने चाणक्य वार्ता का नवीनतम अंक राज्यपाल को भेंट किया।
इस दौरान पुस्तक के लेखक, साहित्यकार एवं वरिष्ठ प्रचारक लक्ष्मी नारायण भाला, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक राम प्रसाद, चाणक्य वार्ता के राजस्थान ब्यूरो चीफ अमर सिंघल एवं ज्योतिषाचार्य व वरिष्ठ पत्रकार अजय नागर भी उपस्थित रहे।