जयपुर। एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स पुलिस मुख्यालय की टीम (एजीटीएफ) टीम विदेश में बैठे गैंगस्टर पर शिकंजा कसती जा रही है। इस डर से राजू ठेहट, सुखदेव गोगामेड़ी जैसे हत्याकांड को अंजाम देने वाले लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर ठिकाने बदल रहे हैं।पिछले दिनों एजीटीएफ ने दुबई से दो और इटली से एक बदमाशों को पकड़ा था।
टीम ने 4 अप्रेल को दुबई से लॉरेंस गैंग के आदित्य जैन उर्फ टोनी को गिरफ्तार किया है। इससे पहले एजीटीएफ जुलाई 2024 में लॉरेंस गैंग के अमरजीत विश्नोई को इटली में हाउस अरेस्ट करा चुकी है। इस मामले का अब इटली के कोर्ट में ट्रायल चल रहा है। पुलिस के पास 50 से अधिक वांटेड बदमाशों के बारे में जानकारी है, जो वारदात के बाद विदेश में छिपे बैठे हैं। पुलिस अब तक 24 बदमाशों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवा चुकी है। एजीटीएफ की टीम आखिर विदेशों में छुपे बैठे गैंगस्टर को वापस लाने के लिए काम कर रही है।
दुबई में कसा शिकंजा तो दूसरे देश भागे
राजस्थान में कई वारदात कर चुके वांटेंड गैंगस्टर पुलिस की सख्ती बढ़ने पर फर्जी पासपोर्ट के सहारे दुबई भागे थे। जब से एजीटीएफ ने दुबई में इन गैंगस्टर की धरपकड़ के लिए शिकंजा कसना शुरू किया तो ये वहां से अलग-अलग देशों में भाग गए हैं। इसे गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के आरोपियों के उदाहरण से समझा जा सकता है।
3 दिसंबर 2022 को सीकर के गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या के बाद रोहित गोदारा गैंग से जुड़े अमरजीत, वीरेंद्र चारण सहित कई बदमाश पहले दुबई भागे। पुलिस ने जब इन्हें पकड़ने की प्लानिंग बनाई तो अमरजीत अक्टूबर 2023 में इटली भाग गया। पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर वह साइप्रस होते हुए इटली पहुंचा था।
एजीटीएफ की रडार पर 50 बदमाश
एजीटीएफ की इंटरपोल विंग के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरोत्तम लाल वर्मा ने बताया कि पुलिस को 50 बदमाशों की तलाश है। उनमें से 20 बदमाश पंजाब के हैं, जो प्रदेश में क्राइम करने के बाद विदेश में छुपे बैठे हैं। शिकंजा कसने के लिए पुलिस सीबीआई की मदद से इनके खिलाफ लगातार रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवा रही है। हाल ही में दुबई से गिरफ्तार कर लाए गए आदित्य उर्फ टोनी भी रेड कॉर्नर नोटिस के बाद पकड़ में आया था। बाकी बदमाशों पर भी इसी तरीके से शिकंजा कसा जा रहा है। इन्हें भारत लाने के लिए पुलिस ने सीबीआई की मदद से रेड कॉर्नर नोटिस जारी कराए गए हैं।