जयपुर। सार्थक मानव कुष्ठाश्रम में 30 जनवरी को प्रातः 11ः00 बजे आश्रम प्रांगण में कुष्ठ निवारण दिवस मनाया गया । इस अवसर पर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्वलित किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में एस्ट्रिड मुकली, अध्यक्ष, लेबेन ओहने लेप्रा, जर्मनी थी। समारोह की अध्यक्षता बृजकिशोर शर्मा, अध्यक्ष, राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, राजस्थान थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में क्रिस्टीन एंजेलिका, जर्मनी एवं आई.सी.श्रीवास्तव, सेवानिवृत आई.ए.एस. अधिकारी थे। इस अवसर पर सभी आश्रमों के पुनःस्थापित कुष्ठ मुक्त व्यक्ति, रामगढ़ पुनः स्थापन केन्द्र के दिव्यांग प्रशिक्षणार्थि, विभिन्न विद्यालयोें के विद्यार्थी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
समारोह के मुख्य अतिथि एस्ट्रिड मुकली ने अपनी मां थीय मुकली को नमन करते हुए कहा कि वह आजीवन अपनी स्वर्गीय माताजी के पदचिन्हों पर चलते हुए मानव सेवा के लिए तत्पर रहेंगी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि कुष्ठ प्रभावितों एवं अन्य जरूरतमंदों के हितार्थ यह सेवाकार्य जो उनकी माताजी ने प्रारम्भ किया था, उनके द्वारा अनवरत जारी रहेगा।
संस्था अध्यक्ष सुरेश कौल ने संस्था द्वारा वर्तमान में संचालित की जा रही एवं आगामी परियोजनाओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि संस्था शीघ्र ही गलता आश्रम के संशाधनों का सदुपयोग करते हुए कुष्ठ प्रभावितों के साथ साथ समाज के अन्य वंचित वर्ग के व्यक्तियों जिनके पास साधन सुविधाओं का आभाव है, के जीवन यापन एवं उनके कौशल विकाश के लिए नई अभिनव परियोजना प्रारम्भ करने जा रही है, जिससे इनका भी सर्वांगीण विकास हो सके। इस परियोजना को पूर्णतया स्वावलम्बी बनाने के लिए एस्ट्रिड मुकली ने आश्वस्त किया।
समारोह के अध्यक्ष बृजकिशोर शर्मा ने कहा कि संवेदनशीलता और परोपकार से बड़ा कोई सुख जीवन में नहीं हैं। दूसरों की पीड़ा को महसूस कर उनके हितों और अधिकारों के लिए काम करना ही मानव सेवा हैं और यही सही मायने में महात्मा गांधी को सच्ची श्रद्धांजलि हैं। समारोह को क्रिस्टीन एंजेलिका, आई.सी.श्रीवास्तव एवं अमिताभ कौशिक ने भी सम्बोधित किया। कुष्ठ रोगियों के इस मुख्य समारोह में शहर के सभी आश्रमों के अनेक कुष्ठ मुक्त व्यक्तियों ने भाग लिया। समारोह का संचालन मुकेश शर्मा ने किया।