जयपुर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने अशोक गहलोत को बयान बहादुर करार देते हुए कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी की तरह अशोक गहलोत भी अनर्गल बयानबाजी कर रहे है और बयान बहादुर बन रहे हैं। कांग्रेस के दो बार के मुख्यमंत्री शायद यह भूल गए है कि राजस्थान में जब भी उनके नेतृत्व में सरकार बनी, जनता ने उन्हें पूर्ण बहुमत तक नहीं दिया।
अब जिसे स्वयं पूर्ण बहुमत नहीं मिला, वे भाजपा की बहुमत वाली सरकार के चलने पर सवाल उठा रहे है। अशोक गहलोत ने विधायकों को खरीदकर, धोखा देकर राजस्थान में सरकार बनाई थी। राजस्थान में अब होटल वाली सरकार नहीं है। यह जनता द्वारा निर्वाचित और जनहित की सरकार है। गहलोत ने इस तरह के बयान जारी कर प्रदेश की जनता के जनाधार का अपमान किया है।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि अशोक गहलोत का यह बयान कि भाजपा कि सरकार कितने दिन चलेगी तो यह साफ है, राजस्थान में भाजपा की सरकार मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में पूरे पांच साल तक चलेगी और जनता से किए गए सभी वादों को इस दौरान पूरा किया जाएगा। भाजपा के घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करने की दिशा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कार्य शुरू कर दिया।
लगभग 50 दिनों के इस छोटे से समय में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 450 में रसोई गैस सिलेंडर देने के साथ ही पेपरलीक माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एसआईटी गठित करने, गैंगस्टर और माफियाओं के खिलाफ टास्क फोर्स गठित करने जैसे ऐतिहासिक फैसले किए है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार राजस्थान में 20-20 मैच की तरह काम कर रही है। भाजपा के संकल्प पत्र की घोषणाओं को पूरा करानेे के लिए मुख्यमंत्री लगे हुए है। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की मेहनत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राजस्थान की जनता लोकसभा चुनावों में 25 की 25 सीटों पर कमल खिलाएगी।
भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश दाधीच ने कहा कि कांग्रेस मुगेरी लाल के सपने देख रही है। कांग्रेसी नेताओं की आदत में है जब भी वे सत्ता से बाहर होते है तब छटपटाते है और अनर्गल बयान देते है। कांग्रेसी नेता जनता के तेल, राशन तक को खा गए। ऐेसे में प्रदेश की जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया। अब सत्ता से बाहर आने के बाद कांग्रेस के नेता केवल इस तरह के बयानबाजी ही करेंगे। अगर ये इस तरह के बयानबाजी या आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगाएंगे तो इन्हें कौन पूछेगा। अभी लोकसभा तक इनके कई तरह के बयान आएंगे।