जयपुर। गुलज़ार वायलिन एकेडमी की ‘सबक श्रंखला’ के शास्त्रीये संगीत सभा मे अमेरिका से आये युवा वियोला वादक मानस वर्मा व जयपुर के युवा वायलिन वादक सुजान हुसैन की जुगलबंदी ने मन्त्र मुग्ध कर दिया।
दोनो युवा कलाकारो ने संध्या कालीन राग यमन के छोटे खयाल ‘मे वारी वारी जाऊंगी प्रितमवा पे’ मध्य लय तीनताल मे अलाप व सुन्दर तानो के साथ प्रस्तूत की। इस के बाद तीनताल की द्रुत गत मे अनके ताने तिहाईया व लयकारी से अपने वादन का कोशल दर्शाया। अंत मे द्रुत लय झाला मे नोअक्खा तिहाई से दर्शको का मन मोह लिया।
मानस वर्मा ने दुसरी प्रस्तुति मे राग भेरवी मे राजस्थानी फोकगीत ले तो जई जे रे हिवड़ो ले तो जाय जई जे रे से कार्यक्रम का समापन किया। ज़ेयान हुसैन के तबले के साथ मानस व सुजान की वायलिन व वियोला जुगलबंदी कार्यक्रम मे विशेष आकर्षण का केंद्र रही। ज़ेयान ने तबले पे शानदार संगत की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ रंगकर्मी श्री सरताज माथुर थे। संस्था के अध्यक्ष वायलिन वादक गुलज़ार हुसैन ने सभी का स्वागत किया।