जयपुर। सिन्धी समाज की महिलाएं मंगलवार को सुहागिनों का पर्व टीजड़ी मनाएंगी। महिलाएं अपने पति की दीर्घायु और सुख समृद्धि के लिए टीजड़ी माता का व्रत रखेंगी। महिलाएं भोर होने से पूर्व उठकर कोकी ,मानी बनाकर अल्पाहार करेंगी, दिनभर निराहार रहकर उपवास रखेंगी ।
दोपहर में ब्राम्हण के घर जा कर कथा सुनेंगी , टीजड़ी माता को हिंदोरेे में झुलाएंगी ।रात्रि चंद्रोदय होने पर महिलाएं सोलह श्रृंगार कर चंद्रमा को दूध और कुट्टी ( चूरमे ) का अर्घ्य देकर अखंड सौभाग्य का वर मांगेंगी ।
सुहागिन महिलाएं मां गौरी और भगवान शिव से पल्लव प्रार्थना कर अपने पति और परिवार की सुख समृद्धि की कामना करेंगी। समाज के तुलसी संगतानी ने बताया कि सिंधी समाज में टिजड़ी माता की पूजा धान्य रूप में की जाती है, मिट्टी के पात्रों में जवारों को सिंचित किया जाता है और उनकी पूजा की जाती है।