दो भाइयों का लापता मामला: 45 घंटे बाद भी लापता राहुल का नहीं लगा सुराग

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जयपुर। नाहरगढ़ के चरण मंदिर घूमने गए दो भाईयों में से एक का शव मिल चुका है, लेकिन दूसरे भाई का 45 घंटे बाद भी सुराग नहीं लग पाया है। एसडीआरएफ सहित पुलिस की टीम लापता युवक को खोजने में जुटी है, लेकिन फिलहाल उनका सुराग नहीं लग पाया है। पुलिस और एसडीआरएफ की टीम करीब 10 से 12 किमी जंगल को छान चुकी है। लेकिन अभी तक लापता बच्चे को लेकर कोई सुराग नहीं मिला है।

एसीपी शास्त्रीनगर भोपाल सिंह भाटी ने बताया कि युवक का मोबाइल भी बंद आ रहा है, ऐसे में उसकी वास्तविक लोकेशन नहीं मिल पा रही है। ऐसे में कई घंटों बाद भी उसकी खोज में सफलता नहीं मिल पा रही है। बच्चों की तलाश रविवार रात को शुरू की गई थी इसमें सोमवार सुबह एक का शव झाडियों में मिल गया था जिसके सिर के पीछे चोट के निशान मिले है और उसका बड़ा भाई लापता है।

सिविल डिफेंस के डिप्टी कंट्रोलर अमित कुमार ने बताया- उनकी टीमें शिफ्ट बदल-बदल कर सर्च कर रही हैं। दो भाइयों में से एक आशीष पाराशर की बॉडी मिलने के बाद उम्मीद थी कि राहुल भी एक-दो किलोमीटर के इलाके में ही मिल सकता है। लेकिन वह अभी तक नहीं मिला। एनडीआरएफ और जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने राहुल को सर्च करने के लिए ड्रोन भी इस्तेमाल किया। सोमवार को झाड़ी में आशीष का शव मिलने से परिवार काफी टूट गया है। उन्हें उम्मीद है कि राहुल सही सलामत मिलेगा।

अधिकारियों की मानें तो मौके पर शव देखने से लगा कि वह डर से झाड़ी में घुसा है। वह किससे डर के झाड़ी में गया। इसे लेकर कयास हैं कि वह अंधेरे या किसी जानवर से डर कर छिपा होगा। एफएसएल टीम ने मौके से साक्ष्य उठाए है। पोस्टमॉर्टम के बाद ही मौत का सही कारण पता चल सकता है।

पिता से फोन पर कहा था कि हम रास्ता भटक गए

शास्त्रीनगर थाना इलाके की परबतिया कॉलोनी निवासी राहुल पाराशर (21) और उसका छोटा भाई आशीष (19) रविवार सुबह 6 बजे नाहरगढ़ की पहाड़ी पर चरण मंदिर जाने की कह कर निकले थे। इसके 5 घंटे बाद सुबह 11 बजे पिता के फोन पर आशीष ने कॉल कर बताया कि चरण मंदिर से लौटते वक्त वे रास्ता भटक गए हैं। दोपहर 1 बजे तक उनके मोबाइल फोन पर रिंग जाती रही, लेकिन फोन उठाया नहीं गया।

इसके बाद मोबाइल बंद हो गया। तब परिजन शास्त्री नगर थाने पहुंचे। पिता सुरेश पाराशर शास्त्री नगर में ही कांजी बड़े की दुकान चलाते हैं। राहुल एमए की पढ़ाई कर रहा है, जबकि आशीष बीए की पढ़ाई कर रहा था।

नाहरगढ़ के रास्ते में दिखा लेपर्ड

नाहरगढ़ की पहाड़ियों में जहां रेस्क्यू चलाया जा रहा है। वहीं, आसपास का एक वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में नाहरगढ़ जाने के रास्ते में एक लेपर्ड घूमता दिख रहा है। कार के पास पहुंचते ही लेपर्ड जंगल में भाग जाता है।

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