जयपुर। नौ दिवसीय गणेश जन्मोत्सव के अंतर्गत गुरुवार को मोतीडूंगरी गणेश जी मंदिर में महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में गणेश जी का 251 किलोग्राम दूध, 25 किलोग्राम बूरा, 50 किलोग्राम दही, 11 किलोग्राम शहद और 11 किलोग्राम घी से अभिषेक किया गया। सिंदूरी चोला चढाक़र नवीन पोशाक धारण कराई गई। श्रद्धालुओं ने गणेश जी के स्पर्श किए गए सिंदूर को लेने की होड़ मच गई। अथर्व शीर्ष मंत्रों के साथ मोदक अर्पित किए गए। गुरुवार को एक कलश यात्रा भी मोतीडूंगरी गणेशजी मंदिर पहुंची।
गुरु पुष्य नक्षत्र: गणेश मंदिरों में हुआ पुष्याभिषेक
जयपुर। गुरु पुष्य नक्षत्र में सभी गणेश मंदिरों में प्रथम पूज्य का पुष्याभिषेक किया गया। दूध और पंचामृत से अभिषेक कर सिंदूरी चोला चढ़ाया गया। नवीन पोशाक धारण कराकर मोदकों का भोग लगाया गया।नाहरगढ़ की पहाड़ी स्थित गढ़ गणेश मंदिर में महंत प्रदीप औदीच्य के सान्निध्य में बालरूप गणपति का पुष्याभिषेक किया गया। अभिषेक के बाद नवीन पोशाक धारण कराकर भोग लगाया गया। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। ब्रह्मपुरी स्थित नहर के गणेशजी मंदिर में गुरु पुष्य पर अनेक धार्मिक अनुष्ठान हुए। मंदिर महंत पं. जय शर्मा के सान्निध्य में गजानन भगवान का महंत परिवार की ओर से पंचामृत अभिषेक किया गया। श्री गणपति अथर्वशीर्ष, श्री गणपति अष्टोत्तरशत नामावली और ऋवेदोक्त गणपति मात्रिका के पाठ किए गए। इसके बाद प्रथम पूज्य को वैदिक मंत्रों से मोदक भोग लगाया गया।
101 किलो दूध से अभिषेक:
चांदपोल परकोटा गणेश मंदिर में गुरुवार को महंत अमित शर्मा के सान्निध्य में अभिषेक किया गया। गणेश जी महाराज का 101 किलो दूध से अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराई गई। फूल बंगले में गणपति को विराजमान कर सामूहिक रूप से गणपति अथर्वशीर्ष और अष्टोत्तर नामावली का पाठ कर दुर्वा और मावे के मोदक अर्पित किए गए। भक्तों को लक्ष्मी एवं गणेश जी स्वरूप हल्दी की गांठ एवं सुपारी का वितरित की गई। गलता गेट स्थित गीता गायत्री गणेश मंदिर में पं. राजकुमार चतुर्वेदी के सान्निध्य में पुष्याभिषेक किया गया। सिंदूरी चोला धारण कराकर नवीन पोशाक धारण कराई गई।बड़ी चौपड़ स्थित ध्वजाधीश, सूरजपोल स्थित श्वेत सिद्धी विनायक, दिल्ली रोड स्थित बंगाली बाबा गणेश मंदिर, चौड़ा रास्ता स्थित काले गणेशजी, खिरणी फाटक स्थित गणेश मंदिर में भी पुष्याभिषेक किया गया।