जयपुर। इंस्टीट्यूट ऑफ इवेंट मैनेजमेंट (आईआईईएमआर) और जयपुर रनर्स क्लब द्वारा भारत के महान धावक शिवनाथ सिंह की स्मृति में आयोजित ‘रनर्स डे’ के अवसर पर एक विशेष टॉक शो और संवाद सत्र का आयोजन किया, जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में प्रतिष्ठित आयोजनकर्ता मुकेश मिश्रा उपस्थित रहे। इस उपलक्ष्य में शहर में सुबह हाफ मैराथन का भी आयोजन किया गया जिसमें हर आयु वर्ग के लोगों का उत्साह देखने को मिला।
वैशाली नगर स्थित आईआईईएमआर परिसर में आयोजित यह सत्र रनिंग स्पिरिट का उत्सव था—जिसे केवल एक खेल नहीं, बल्कि एक सशक्त जीवनशैली के रूप में प्रस्तुत किया गया। सत्र में बताया गया कि मुकेश मिश्रा ने कैसे एक स्थानीय स्तर की पहल को एक राष्ट्रव्यापी अभियान में बदल दिया, जो आज स्वास्थ्य, सामुदायिक एकजुटता और सामाजिक जुड़ाव को बढ़ावा देने का माध्यम बन चुका है। मुकेश मिश्रा न केवल रनर्स डे और जयपुर मैराथन के संस्थापक हैं, बल्कि भारत के विभिन्न शहरों में चल रही कई रनिंग पहलों के प्रेरणास्रोत भी हैं।
उभरते इवेंट मैनेजर्स से संवाद करते हुए उन्होंने कहा, मैराथन केवल एक प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन, जन-जागरूकता और शहर ब्रांडिंग का सशक्त उपकरण है। इस अवसर पर उन्होंने इवेंट योजना, जनसंपर्क, प्रायोजन विकास, और जमीनी स्तर की पहलों को राष्ट्रीय मंच तक पहुँचाने की रणनीतियों पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा, “दौड़ने वाले केवल खिलाड़ी नहीं होते—वे स्वास्थ्य, आशा और समरसता के संदेशवाहक होते हैं।”
इस अवसर पर मुकेश मिश्रा ने छात्रों से अपने करियर को केवल एक पेशा न मानकर उसे उद्देश्य, संवेदनशीलता और सामाजिक प्रतिबद्धता के साथ जीने का आह्वान किया। उन्होंने उन्हें प्रेरित किया कि वे आयोजन प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में केवल तकनीकी दक्षता ही नहीं, बल्कि समाज के प्रति जागरूकता और सकारात्मक बदलाव की भावना भी साथ लेकर आगे बढ़ें।