जयपुर। जवाहर कला केन्द्र की ओर से आयोजित नटराज महोत्सव का सोमवार को चौथा दिन रहा। बरसते बादलों के बीच रंगायन सभागार में नाटक ‘पार्क’ का मंचन किया गया। मानव कौल के निर्देशन में हुए नाटक को अभिनेता सुमित व्यास, गोपाल दत्त और शुभ्रज्योति बरत की प्रस्तुति ने खास बनाया। महोत्सव के 5वें दिन मंगलवार शाम 7 बजे विकास बाहरी के निर्देशन में नाटक ‘खिड़की’ खेला जाएगा। इसमें अभिनेता जतिन सरना का एकल अभिनय देखने को मिलेगा।
पार्क का दृश्य साकार होने के साथ नाटक की शुरुआत होती है। यह कहानी तीन बेंच और तीन अंजान लोगों के इर्द-गिर्द घूमती है। तीनों में बेंच पर बैठने को लेकर खींचतान होती है। हल्की-फुल्की नोकझोंक से शुरू होकर, जगह, जमीन और मालिकाना हक को लेकर एक गंभीर संघर्ष में बदल जाती है।
ये मुख्य मुद्दे बन जाते हैं। ‘कोई भी अपनी जगह से आसानी से नहीं उठता उसे तकलीफ होती है’, ‘कहीं से उठना नहीं उठाया जाना बड़ी बात है’। ऐसे संवादों से पात्रों की बातचीत में देश में व्याप्त नक्सलवाद और आदिवासियों के विस्थापन जैसे कई मुद्दों को भी रेखांकित किया गया है।