जयपुर। जयपुर शहर की (पश्चिम) जिले की नौ थाना पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ अलग-अलग मुकदमे दर्ज कर उनीस आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया है। इनमें तीन आरोपी ऐसे हैं,जो महाराष्ट्र में भोले-भाले ग्रामीणों को पांच हजार रुपए का लालच देकर बैंक खातों के दस्तावेज लेते थे। जयपुर में साइबर अपराधियों को बेच देते। एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले चार आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर (पश्चिम) हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि करधनी, वैशाली नगर, कालवाड़, वैशाली नगर, बगरू, चौमू, मुरलीपुरा और भांकरोटा में नौ मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इस अभियान के दौरान उनीस आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें पांच अन्य आरोपियों को नामजद किया गया है और एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस पूरे अभियान के दौरान बैंक खातों में साइबर ठगी के जरिए प्राप्त 1.16 करोड़ रुपए की रकम होल्ड करवाई गई है, जबकि 22.40 लाख रुपए की रकम परिवादियों को रिफंड करवाई गई है। इस अभियान के दौरान अब तक 153 मोबाइल बरामद किए गए हैं। जिनकी बाजार में कीमत करीब 40 लाख रुपए है। इसके साथ ही साइबर फ्रॉड में काम में ली गई 114 सिम भी ब्लॉक करवाई गई है।
उन्होंने बताया कि एनसीआरबी और डिजिटल स्रोतों और मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर यह अभियान चलाया गया है। आरोपियों के पास, मोबाइल, एटीएम कार्ड, बैंक पासबुक, चेकबुक, सिम कार्ड, चार्जर, कनेक्टर, पावर केबल जब्त की गई है। अब तक के अनुसंधान में करीब 50 करोड़ रुपए के फ्रॉड के साक्ष्य मिले हैं। इस कार्रवाई के दौरान 80 म्यूल अकाउंट भी फ्रीज करवाए गए हैं।




















