अब माफिया की प्रॉपर्टी पर बनेगा गरीब का घर: सीएम योगी

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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राजधानी लखनऊ में माफिया से खाली कराई गई कीमती जमीन पर बने सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना के 72 फ्लैटों का लोकार्पण किया। डीजीपी आवास के सामने एकता वन, जियामऊ, डालीबाग स्थित इस कार्यक्रम में सीएम योगी ने दुर्बल आय वर्ग के लाभार्थियों को फ्लैट की चाबी और आवंटन पत्र सौंपे। इससे पहले मुख्यमंत्री ने इन घरों के भीतर जाकर अंदर से जायजा भी लिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह भूमि एक समय माफिया के कब्जे में थी। आज यहां गरीबों का आशियाना बनकर समाज को नया संदेश दे रही है।जो माफिया कभी संविधान का अपमान करते थे, अधिकारी को धमकाते थे, सरकारों को झुकाते थे, उनका यही हाल होगा। जो समाज की जमीन पर कब्जा करेगा, उसे माफ नहीं किया जाएगा। उत्तर प्रदेश में अब माफिया की प्रॉपर्टी पर गरीब का घर बनेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी भूमि पर किसी माफिया ने और किसी अपराधी ने कब्जा किया तो उसका वही हाल करेंगे जो हम लोगों ने प्रयागराज में इससे पहले किया था।

मुख्यमंत्री ने कहा, जो लोग सत्ता से बेदखल होकर माफिया की कब्र पर फातिहा पढ़ने जाते हैं, उनकी संवेदना गरीबों या बेटियों के प्रति नहीं, बल्कि अपराधियों के प्रति होती है। उत्तर प्रदेश की जनता अब ऐसे लोगों की असलियत जान चुकी है और उन्हें जवाब देना भी जानती है। उत्तर प्रदेश में अब माफियावृत्ति कभी पनप नहीं पाएगी। उन्होंने कहा कि इससे पहले गोमती के तट पर कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की सरकारों के समय में पूरा तट कब्जा करके लोगों ने मॉल बना दिए थे, उसमें कुछ बांग्लादेशी, रोहिंग्या भी थे। आज वहां वन बन गया है। अब ऐसे ही विकास होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जो पैसे माफिया और गुंडे लूट कर ले जाते थे उसे जब्त कर गरीबों में बांटने की कार्रवाई की जाए। जो लोग अब भी माफियाओं से सहानुभूति रखते हैं उन सब से यही कहूंगा कि वह अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मार रहे हैं। अपने संगठन अपनी संस्थाओं की क्षति कर कर रहे हैं। याद करिए यह वही माफियां हैं जो भारत के संविधान का अपमान करते थे और कानून के धज्जियां उड़ाते थे। उनके लिए अधिकारी का कोई मतलब नहीं। इनके लिए अपराध मायने रखता है।

वे छाती ठोक कर उस समय की सरकारों को झुकाया करते थे। सत्ताधारी दल भी उनके सामने नतमस्तक होकर घुटने टेक देते थे और अपराधियों के सामने गिड़गिड़ाया करते थे। हर जगह माफिया हावी थे। आज उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था एक मॉडल के रूप में जानी जा रही है। 60 लाख गरीबों को सिर ढकने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना का लाभ मिला है।

उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार के समय एक माफिया कैसे डीजीपी ऑफिस के सामने कब्जा कर लिया और अपनी आलीशान कोठी खड़ा कर कर दी और कोई पूछने वाला नहीं। कोई जांचने वाला नहीं। उनके गुरुओं को कोई रोकने वाला नहीं और जब उस माफिया को गिरफ्त में लेना प्रारंभ किया तो उसे बचाने के लिए कैसे-कैसे लोग पैरोकारी करना शुरू कर दिए।

सीएम योगी ने कहा कि अब उत्तर प्रदेश के हर जिले में नौजवानों के लिए सरदार वल्लभभाई पटेल एंप्लायमेंट सेंटर जहां पर क्लस्टर विकसित होंगे। इसके माध्यम से नौजवानों के लिए स्किल डेवलपमेंट और जो भी उत्तर प्रदेश के अंदर कार्य करना चाहेगा, उसका स्किल डेवलपमेंट और अपॉइंटमेंट भी उत्तर प्रदेश के जिलों में देने जा रहे हैं। ऐसे प्रदेश के सभी 75 जिलों में युद्धस्तर पर हम काम करने जा रहे हैं। इसके लिए हमने शुरुआत भी कर दिया है।

सीएम योगी ने कहा कि 2017 से पहले जहां कब्जे थे, वहां अब गरीबों के मकान बन रहे हैं। यह उनकी ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति का परिणाम है। उन्होंने कहा कि यह स्थान लखनऊ की सबसे प्राइम लोकेशन में है, जहां बाजार मूल्य करीब एक करोड़ रुपये प्रति फ्लैट है, लेकिन सरकार ने इसे महज 10.70 लाख रुपये में उपलब्ध कराया है।

सीएम योगी ने दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश:

कार्यक्रम के दौरान सबसे पहले सीएम योगी ने पौधारोपण कर आयोजन की विधिवत शुरुआत की। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को रुद्राक्ष का पौधा और श्रीराम की प्रतिमा भेंट की गई। उन्होंने कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के पावन दिन इस आयोजन की शुरुआत पर्यावरण संरक्षण और समाज के पुनर्निर्माण का प्रतीक है।

उत्तर प्रदेश अब माफिया का नहीं, अवसरों का प्रदेश:

सीएम योगी ने कहा, आज यूपी दंगों और अपराधों वाला नहीं, बल्कि अवसरों और निवेश का प्रदेश बन चुका है। 2017 से पहले त्यौहारों के समय कर्फ्यू लगता था। अब निवेशक यहां उद्योग लगाने को तैयार हैं। प्रदेश में अब तक 15 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश प्रस्ताव जमीन पर उतर चुके हैं, जबकि 5 लाख करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स पाइपलाइन में हैं। सीएम योगी ने कहा कि हमें कुल प्रस्ताव जो प्राप्त हुए वह लगभग 45 लाख करोड़ रुपए के हैं जो हम लोगों ने जमीनी धरातल पर उतारने में सफलता प्राप्त की।

72 परिवारों का सपना साकार:

सरदार वल्लभ भाई पटेल आवासीय योजना के तहत निर्मित 10.70 लाख रुपये कीमत के ये फ्लैट तीन ब्लॉक्स में बनाए गए हैं। ग्राउंड प्लस थ्री स्ट्रक्चर के रूप में। प्रत्येक फ्लैट का क्षेत्रफल 36.65 वर्ग मीटर है। लॉटरी प्रक्रिया के बाद 5700 आवेदनों में से 72 परिवारों को फ्लैट आवंटित किए गए। योजना का कुल क्षेत्रफल 2321 वर्ग मीटर है, जिसे 8 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है।

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