
जयपुर। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने भाजपा प्रदेश कार्यालय पर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वंदे मातरम भारत की क्रांति की गाथा है। वंदे मातरम के एक-एक शब्द में राष्ट्रभक्ति और मातृभूमि के प्रति समर्पण झलकता है। यह गीत भारत के क्रांतिकारियों के साहस और बलिदान का प्रतीक रहा है। जब अंग्रेजों की क्रूर सरकार थी तब क्रांतिकारियों की आवाज़ वंदे मातरम ही थी।
वंदे मातरम एक मर्म की तरह काम करता था, वंदे मातरम एक प्रेरणा की तरह काम करता था, वंदे मातरम आज भी भारत के जन—जन में, भारत के कण—कण में है। ऐसे में वंदे मातरम के 150वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। स्वयं मोदी जी ने 7 नवम्बर को वंदे मातरम का गायन कर इसकी शुरुआत की। पहले दिन ही देश भर में सामूहिक गायन के ऐतिहासिक कार्यक्रम हुए।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि वंदे मातरम कार्यक्रम की अगली कड़ियों में हर जिले में वंदे मातरम के सामूहिक गायन का आयोजन किया जाएगा। सार्वजनिक स्थानों, शहीद स्मारकों तथा ऐतिहासिक स्थलों पर जाकर वंदे मातरम का गान होगा। अलग-अलग स्कूलों, कॉलेजों व संस्थानों में भी वंदे मातरम के सामूहिक गायन के लिए आह्वान किया जाएगा। कार्यक्रम में स्वदेशी और आत्मनिर्भर भारत के भाव को भी जगह दी जाएगी। कार्यक्रमों के दौरान स्वदेशी उत्पादों के उपयोग और स्वदेशी प्रणालियों के लिए आह्वान किया जा रहा है।
बिहार चुनाव परिणाम पर चुघ ने कहा कि बिहार की जनता ने दादागिरी, रंगदारी, जंगलराज, चारा घोटाला आदि को वोट के जरिए सज़ा दी है और 14 नवम्बर के परिणाम इस बात को दर्शाएंगे। उन्होंने कहा कि जनता का रुझान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नीतीश कुमार के प्रति सकारात्मक है और जो लोग भ्रम फैला रहे हैं, जनता उन्हें जनादेश से जवाब दे चुकी। चुघ ने एसआईआर के सवाल पर कहा कि एसआईआर एक इलेक्ट्रॉनिक प्रक्रिया है जिसे चुनाव आयोग ने शुरू किया है और इसका महत्व बहुत बड़ा है।
देश के 12 राज्यों में एसआईआर का दूसरा चरण चल रहा है जिसका उद्देश्य घुसपैठिया मतदाता, मृत वोट और नकली वोट को डिटेक्ट करना और डिलीट करना है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की रक्षा के लिए यह प्रक्रिया आवश्यक है तथा किसी भी विदेशी मतदाता को हमारे चुनावों में भाग लेने की अनुमति नहीं दी जा सकती। उन्होंने उन लोगों की आलोचना की जो घुसपैठियों और नकली वोटों की पैरवी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि चाहे डीएमके हो, चाहे टीएमसी या फिर राहुल गांधी के नेतृत्व का इंडी गठबंधन, वो देश की सत्ता चुनने का अधिकार घुसपैठियों को देना चाहते है, किसी भी सूरत में यह नहीं होगा। डिटेक्ट और डिलिट देश के लोकतंत्र के लिए आवश्यक है। ये लोग देश के लोकतंत्र में जहर घोलना चाहते है, घुसपैठियों की, नकली वोट की, मृत वोट की पैरवी करना गैर संवैधानिक भी है और गैर कानूनी भी है।



















