जयपुर। सावन माह के पहले सोमवार, 14 जुलाई को छोटीकाशी स्थित सहित प्रदेशभर के शिवालयों में भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना, कावड़ यात्रा, रुद्राभिषेक, श्रृंगार, भजन संध्या के आयोजन होंगे। श्रद्धालु सुबह ब्रह्म मुहूर्त से ही हर-हर महादेव के जयकारों के साथ भोलेनाथ के दर्शन और जलाभिषेक के लिए शिवालयों में उमड़ेंगे।
ज्योतिषाचार्य डॉ. महेन्द्र के अनुसार इस वर्ष सावन का पहला सोमवार विशेष दुर्लभ संयोग लेकर आया है। 14 जुलाई को धनिष्ठा नक्षत्र, आयुष्मान योग और गणेश चतुर्थी एक साथ पड़ रही है। यह अत्यंत पुण्यकारी संयोग शिव भक्तों के लिए दुर्लभ अवसर है। इस दिन भगवान शिव का अभिषेक करने से न केवल भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होगी, बल्कि प्रथम पूज्य श्री गणेशजी का भी आशीर्वाद मिलेगा। चौड़ा रास्ता स्थित ताडक़ेश्वर महादेव, वैशालीनगर के झाडखंड महादेव, आमेर रोड स्थित काला महादेव, बनीपार्क के जंगलेश्वर महादेव, झोटवाड़ा रोड स्थित चमत्कारेश्वर, छोटी चौपड़ स्थित रोजगारेश्वर सहित सभी प्रमुख शिवालयों में रुद्राभिषेक, सहस्त्रघट, पंचामृत अभिषेक जैसे विशेष अनुष्ठान होंगे। मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जा रहा है और व्यवस्थाएं दुरुस्त की जा रही हैं ताकि श्रद्धालुओं को दर्शन में असुविधा न हो।
शिव भक्ति के रंग में रंगेगा शहर
शिवभक्त गलता तीर्थ एवं अन्य पवित्र स्थलों से कावड़ में जल लेकर भोलेनाथ का अभिषेक करेंगे। कॉलोनियों और मोहल्लों के शिवालयों में भी कावड़ जल से जलाभिषेक किया जाएगा।
शाम को भोलेनाथ का फूलों से विशेष श्रृंगार होगा, जिनमें कोलकाता एवं बेंगलुरु सहित विभिन्न स्थानों से मंगाए फूलों का उपयोग किया जाएगा। रात्रि को भजन संध्याओं में कलाकारों द्वारा शिव भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी।
हर सोमवार विशेष संयोग
21 जुलाई (दूसरा सोमवार) रोहिणी नक्षत्र में चंद्रमा वृषभ राशि में, कामिका एकादशी व सर्वार्थ सिद्धि योग।
28 जुलाई (तीसरा सोमवार) चंद्रमा सिंह राशि में, धन लाभ योग
4 अगस्त (अंतिम सोमवार) सर्वार्थ सिद्धि, ब्रह्म और इंद्र योग का त्रिवेणी संगम