
जयपुर। जयपुर एजुकेशन समिट-2024 के तीसरे दिन सोमवार को मंच से लेकर श्रोता श्री राम के रंग में रंगे नजर आये। एस.एस.जैन सुबोध लॉ कॉलेज में 5 दिवसीय एजुकेशन समिट में स्पीकर्स ने राम की तरह बनने और उनके पद चिन्हों का अनुसरण करने की सीख दी। टॉक शो में मंच पर आसीन साइन इंटरनेशनल स्कूल की प्रिंसिपल भावना विकास चौधरी ने कहा कि श्रीराम अग्नि और जल का प्रतीक है। यहां अग्नि से मतलब ऊर्जा से है। हर एक व्यक्ति को श्रीराम का अनुसरण करते हुए एक अग्नि की तरह ऊर्जावान और जल की तरह प्रतिदिन निरंतरता का पालन करना चाहिए। वहीं योग गुरू डॉ.आलोक खन्ना ने कहा कि मेरे अंदर जो आध्यात्मिक ज्योति जल रही है, वही श्रीराम है।
एस.एस जैन सुबोध लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो.(डॉ.) गौरव कटारिया ने इस मौके पर कहा कि अगर आप पूजा करते हैं तो आप सिर झुकाना सीखते हैं और यही विनयशील होने का आधार है। वहीं मिशन फार्मर साइंट्स्ट परिवार के फाउंडर डॉ.महेंद्र मधुप ने बताया कि श्रीराम के आदर्शों को कथा में नहीं बल्कि जीवन शैली में अपनाना आवश्यक है।
वहीं सायक्लोजी एक्सपर्ट विभा शाह ने कहा कि अनुशासन और आदर्श का नाम ही श्रीराम है। उन्होंने मेडिटेशन पर जोर देते हुए कहा कि अगर पूरे दिन में केवल 5 मिनट मेडिटेशन किया जाए या राम का नाम लें तो जीवन में ठहराव आएगा, जो आज के दौरे में जरुरी है। मॉडरेटर के तौर पर सुनील नारनौलिया भी मंच पर मौजूद रहे। उन्होंने कहा भगवन श्री राम मर्यादा के प्रतीक हैं उनका जीवन संविधान सम्मत आचरण करने का सर्वोत्तम उदाहरण है।
ओपन माइक में भी राम की गूंज
जेईएस-2024 के तीसरे दिन ओपन माइक का भी आयोजन किया गया जिसमें स्टूडेंट्स ने श्रीराम की कविताओं और भजनों के सहारे मंच को भक्तिमय बनाया। एमजीडी स्कूल की माधुरी पांडे, अनवी, देवांशी खंडेलवाल, आध्या रावत, लॉ कॉलेज के हर्षवर्धन पांडे, भव्य शर्मा, केशु रावत और लवलीना माथुर ने भी अपनी प्रस्तुतियों से दर्शकों की तालियां बटौरी। सोशल मीडिया पर हुई एक डिबेट में लॉ कॉलेज के बच्चों ने भाग लिया।