जयपुर। सांगानेर इलाके में विगत 40 वर्ष से एक ही स्थान में रह रहे घुमंतू तथा दलित परिवारों को बिना पुनर्वास किया बेदखल करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। जहां भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी ने जयपुर विकास प्राधिकरण तथा राजस्थान आवासन मंडल पर भूमि विहीन तथा गरीब नागरिकों को बेदखल कर आम किसान की भूमि को ऊंचे दाम पर बेचने का आरोप लगाते हुए कहा है कि सरकार जयपुर विकास प्राधिकरण के इन अधिकारियों की करतूत पर समय रहते नकल कैसे वरना जयपुर विकास प्राधिकरण तथा राजस्थान आवासन मंडल के अधीन आने वाली भूमि पूरी की पूरी अमीरों को बेच दी जाएगी और आवास विहीन तथा भूमि विहीन किस गांव में जीवन भर अत्यंत गरीबी रेखा के नीचे ही पड़े रहेंगे।
इस दिशा में विगत 4 महीने से भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के नेतृत्व में पुतला आंदोलन तथा दलित उत्थान महा अभियान जैसे कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। जो प्रधानमंत्री मोदी के संकल्प का भारत बनाने के लिए धरातल पर सरकार की मदद भी कर रहा है। लेकिन वर्तमान हालात पर जयपुर विकास प्राधिकरण तथा राजस्थान आवासन मंडल की भूमि जब्त करो और गरीब को नजरअंदाज करो वाली नीति के चलते अब भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी द्वारा चलाए जा रहे दलित उत्थान महा अभियान कार्यक्रम में अब जनता तथा सामाजिक संगठनों का भी समर्थन आने लगा हैं।
ग्वार ब्राह्मण में मंगलवार को संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता आयोजित कर अंबेडकर वेलफेयर सोसाइटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ईरा बॉस, संयुक्त अभिभावक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू तथा भारत जोड़ो मिशन सोसाइटी के प्रदेश अध्यक्ष अनीश कुमार नाडर ने ग्वार ब्राह्मण में सर्दी में खुले आकाश में रह रहे नागरिकों को तुरंत प्रभाव से अस्थाई शेल्टर उपलब्ध करवाने तथा इन लोगों का सर्वे कर ग्वार ब्राह्मण के गरीब नागरिकों को ग्वार ब्राह्मण के किसानों से जब्त की गई भूमि पर बसाने के लिए कार्यवाही शुरू करने के लिये जयपुर विकास प्राधिकरण तथा राजस्थान आवासन मंडल को तीन दिन का समय दिया गया है।
इन सामाजिक संगठन के नेताओं ने ऐसा नहीं करने पर प्रदेशव्यापी आंदोलन के तहत आंदोलन, आमरण अनशन की चेतावनी देते हुए एक स्वर में कहा कि विगत 30—40 वर्षों से जयपुर विकास प्राधिकरण तथा राजस्थान आवासन मंडल किसने की जमीन तो जब्त कर लेता है। लेकिन जिस गांव की जमीन जब्त की जाती है उसे गांव में आवास विहीन तथा पत्ता विहीन स्थिति में वर्षों से रह रहे गरीब ,दलित तथा घुमंतू समाज का सर्वे नहीं किया जाता है जयपुर शहर में राजस्थान सरकार के विजन डॉक्यूमेंट के तहत सर्वे का काम तो हुआ। लेकिन उसमें भी बहुत सी बस्तियों को सर्वे से वंचित कर दिया है।
जिसका पुनर सर्वे के लिए जयपुर विकास प्राधिकरण से आग्रह किया गया है। लेकिन ऐसा लगता है कि जयपुर विकास प्राधिकरण में सिर्फ अमीरों के ही काम होते हैं और दलित तथा घुमंतू एवं गरीब वर्ग को जिस प्रकार कांग्रेस ने अब तक अपने राजनीति का मुख्य मुद्दा तो बनाया है। लेकिन उनका कभी भला नहीं किया वही सिलसिला जयपुर विकास प्राधिकरण और राजस्थान आवासन मंडल के कारण प्रधानमंत्री मोदी तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के घुमंतू दलित उत्थान तथा गरीब उत्थान के कार्यक्रमों को बता बैठा रहा है।




















