जयपुर। खोह नागोरियान स्थित रामदेवजी मंदिर में धर्म रक्षा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। अखिल रामजन मंडल के संत रघुवरदास, सत्यदास, नाथ संप्रदाय के नंदेश्वर, कृष्णानंदजी, रामजन मंडल के राष्ट्रीय मंत्री बाबूलाल के सानिध्य में उपस्थित संतों ने धर्म के लिए बलिदान हुए संतों को पुष्पांजलि की।
मुख्य वक्ता विश्व हिंदू परिषद धर्मप्रसार के प्रांत प्रमुख सीएम भार्गव ने कहा कि जिस तरह आज देश में ईसाई मिशनरियों एवं अन्य विधर्मियों द्वारा भोले भाले गरीब हिन्दुओं को लोभ-लालच मे फंसाकर जबरन धर्मांतरण का कुचक्र बड़े पैमाने पर रचा जा रहा है, ठीक ऐसा ही परिदृश्य मध्ययुग में था। आक्रांता सिकंदर लोदी हिन्दुओं पर क्रूर अत्याचारों और जजिया कर लगाकर जबरन धर्मांतरण करवा रहा था। तब रामानंदाचार्य द्वारा स्थापित द्वादश भक्त मंडली के अगुवा संत रैदास के नेतृत्व में भक्तिकालीन कवियों और संतों ने जबरन धर्मातरण के खिलाफ जनजागृति अभियान प्रारंभ किया।
न केवल हिंदुओं को स्वधर्र्म में अडिग रहने का आत्मबल दिया वरन लाखों धर्मांतरित लोगों का परावर्तन करवाया। भार्गव ने उपस्थित संतों से आग्रह किया कि संत रैदास की तरह ही आप भी अपने क्षेत्र में धर्मांतरण के खिलाफ जनजागृति अभियान प्रारंभ करें। कार्यक्रम में भारती, कबीर पंथी, वैष्णव सहित अनेक पंथों के सैकड़ों की संख्या में भक्तजन उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन धर्मप्रसार प्रांत परावर्तन प्रमुख अशोक ने किया।