July 18, 2025, 2:29 am
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सरपंच दो लाख चालीस हजार रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार

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जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की चितौडगढ़ टीम ने शुक्रवार को कार्रवाई करते हुए ग्राम पंचायत जाड़ाना तहसील राश्मी जिला चितौडगढ़ सरपंच को परिवादी से दो लाख चालीस हजार रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त महानिदेशक हेमन्त प्रियदर्शी ने बताया कि एसीबी की चितौडगढ़ टीम को परिवादी ने शिकायत दी कि उसके कब्जाशुदा भूखण्ड का पट्टा जारी करने की एवज में सरपंच संजय सुखवाल उर्फ संजू तीन लाख चालीस हजार रूपये की रिश्वत राशि की मांग कर रहा है। एसीबी की चितौडगढ़ टीम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कैलाश सान्दू के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन कर ट्रेप की कार्रवाई करते हुए सरपंच संजय सुखवाल उर्फ संजू दो लाख चालीस हजार रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है।

उल्लेखनीय है कि आरोपी सरपंच ने शिकायत के सत्यापन के दौरान ही परिवादी से एक लाख रुपये की रिश्वत के रूप में वसूल किये जा चुके थे। जिनको एसीबी टीम ने बरामद किये जाने के प्रयास जारी है। आरोपी सरपंच द्वारा हाल ही में जारी किये गये अन्य पट्टों के संबंध में भी एसीबी की टीम जांच कर रही है।

दो मैरिज गार्डनों से सोने-चांदी के जेवरात सहित रुपये से भरा बैग चोरी

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जयपुर। शिवदासपुरा और मानसरोवर थाना इलाके में स्थित दो मैरिज गार्डनों से बदमाश लाखों रुपए कीमत के सोने-चांदी के जेवरात सहित रुपये से भरा बैग चोरी होने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार दोनों ही मैरिज गार्डन में शादी का कार्यक्रमों के दौरान चोरी की वारदात की गई। जहां नजर बचाकर बदमाश सोने-चांदी के जेवरात सहित रूपये से भरे बैग को बडी से आसारी ने पार कर ले गए। दोनों ही पीड़ितों ने मानसरोवर और शिवदासपुरा थाने में मामला दर्ज करवाया है।

पुलिस ने बताया कि चम्मा नगर गुर्जर की थड़ी निवासी पंकज शर्मा ने मानसरोवर थाने में मामला दर्ज करवाया है कि 29 नवंबर को उनकी बहन की शादी का कार्यक्रम लवकुश नगर मांग्यावास स्थित ज्याना पैराडाइज में चल रहा था। रात साढे दस बजे उसकी माताली स्टेज पर फोटो खिचवाने गई। उन्होंने अपना बैग स्टेज पर ही रख दिया। इस दौरान मौका पाकर बदमाश ने स्टेज पर रखा बैग चोरी कर लिया। थोड़ी देर बाद बैग को देखा तो गायब था।

चोरी हुए बैग में 1.20 लाख रुपये सहित अन्य कीमती सामान रखा था। वहीं शिवदासपुरा थाने में लालकोठी निवासी प्रकाश ने मामला दर्ज करवाया है कि 25 नवंबर को उसकी बेटी की शादी का कार्यक्रम चंदन वन मैरिज गार्डन में था। फोटो सेशन के दौरान उन्होंने हाथ में ले रखा बैग पास ही में रख दिया। इस दौरान बदमाश नजर बचाकर बैग ले गए। बैग में करीब 3 लाख रुपए थे। कुछ देर बाद बैग संभालने पर चोरी का पता चला। पुलिस मैरिज गार्डन में लगे सीसीटीवी फुटेजों को खंगाल चोरों की तलाश की जा रही है।

अवैध हथियार सहित दो बदमाश चढे पुलिस के हत्थे

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जयपुर। जयपुर कमिश्नरेट की स्पेशल टीम (सीएसटी) ने ऑपरेशन एक्शन अगेंस्ट गन (आग) के तहत मानसरोवर एवं जवाहर सर्किल थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए आरोपियों को धर-दबोचा है। जिसमें एक बाल अपचारी है। पुलिस ने आरोपियों के पास से दो पिस्टल जब्त की गई है। फिलहाल आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने बताया कि जयपुर शहर में चलाए जा रहे ऑपरेशन एक्शन अगेंस्ट गन (आग) के तहत सीएसटी ने मानसरोवर एवं जवाहर सर्किल थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए अवैध हथियार रखने के मामले में आकाश गोविल (36) निवासी मानसरोवर को गिरफ्तार किया गया है और साथ ही एक बाल अपचारी को निरुद्ध किया गया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से अवैध हथियार दो पिस्टल जब्त की गई है।

पुलिस पूछताछ में सामने आया कि गिरफ्तार आरोपी आकाश गोविल मानसरोवर जयपुर में कार बाजार का काम करता है और व्यापार में लोगों को डराने-धमकाने के लिये हथियार रखना स्वीकार किया है। आरोपित ने अवैध हथियार धौलपुर के बदमाष टीटु नामक व्यक्ति से खरीदना बताया है।

वहीं निरुद्ध किए गए बाल अपचारी ने अवैध हथियार अपने दोस्त नीरज माथुर का हथियार होना बताया, जो चुनावों की आचार संहिता को लेकर हथियार मेरे पास रखने के लिये दिया था। फिलहाल गिरफ्तार आरोपी एवं अनिरुद्ध बाल अपचारी से अवैध हथियार की खरीद-फरोख्त के बारे में पूछताछ की जा रही है।

पूर्व आईजी और उसके परिवार के खिलाफ महिला ने लगाए अत्याचार के आरोप

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जयपुर। एक महिला ने पूर्व आईजी यू एल छानवाल और उसके परिवार पर अत्याचार करने का आरोप लगाया है। महिला न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। पीड़ित ने पूर्व आईजी और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ बूंदी सदर और गांधी नगर थाने में मामले दर्ज करवा रखे है।

पीडि़ता ने पिंकसिटी प्रेस क्लब में एक प्रेस वार्ता आयोजित कर बताया कि उसका पति जेल में विभाग में कार्यरत था। कोरोना के दौरान उनका देहांत हो गया था। पति के स्थान पर उसे उदयपुर में नौकरी पर लगाया गया। कुछ दिन बाद उसका ट्रांसफर जयपुर महिला जेल में हो गया। यहां पर उसकी मुलाकात तत्कालीन आईजी जेल यू एल छानवाल से हो गई। छानवाल ने उसे शादी का प्रस्ताव रखा। चूंकि छानवाल की भी पत्नी का देहांत हो चुका था तो उसने शादी के लिए हामी भर दी। 16 नवम्बर 22 को उसकी शादी छानवाल से हो गई। इसका रजिस्ट्रेशन बूंदी नगर निगम में करवाया गया। शादी के साल भर तक सब कुछ ठीक-ठाक चला। इसके बाद छानवाल के बेटे आशीष, बेटी पिंकी ने उसके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया और दो दिन तक उसे कमरे भी बंद रखा। 11 अगस्त 23 को उसे घर से बेदखल कर दिया गया। इस पर उसने बूंदी के सदर थाने में मामला दर्ज करवाया।

इस पर छानवाल ने उसे नौकरी से भी निकलवा दिया। इससे उसके सामने अपने बच्चों के लालन-पालन का सकंट खड़ा हो गया। पीडिता ने मीडिया के समक्ष उसे भरण-पोषण दिलाने साथ रहने के आवास की व्यवस्था की गुहार लगाई। आईजी छानवाल 31 जनवरी 23 को सेवा से रिटायर्ड हो गए।

भारतीय नियोक्ताओं को विश्वास है कि एआई से नौकरियों में वृद्धि होगी, इनडीड का खुलासा

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बैंगलुरू। अग्रणी ग्लोबल हायरिंग और मैचिंग प्लेटफॉर्म, इनडीड द्वारा किए गए एक अध्ययन में खुलासा हुआ कि कार्यस्थल पर लोग आर्टिफिशियल इंटैलिजेंस (एआई) के प्रभाव को लेकर क्या सोचते हैं। इस अध्ययन में नियोक्ताओं, नौकरी तलाशने वालों और एआई के बीच विकसित होते हुए संबंध के बारे में पता चला, और उनकी अपेक्षाओं एवं चिंताओं तथा नियुक्ति प्रक्रिया में एआई के मौजूदा उपयोग के बारे में जानकारी सामने आई।

इस सर्वे के मुताबिक, भारतीय नियोक्ता एआई को लेकर आशान्वित हैं। उनमें से 85 प्रतिशत से ज्यादा एआई द्वारा 1 से 5 सालों में नई नौकरियों का सृजन होने की उम्मीद कर रहे हैं। नौकरी चाहने वाले अधिकांश प्रत्याशी (63 प्रतिशत) इसके प्रभाव को लेकर उत्साहित हैं, और 53 प्रतिशत इस बात पर सहमत हैं कि एआई से नई नौकरियों का सृजन होगा। नौकरी तलाशने वालों की यह आशावादिता इस विश्वास पर आधारित है, कि एआई सेः

  • काम ज्यादा उत्पादक बनेगा और उसका प्रबंधन आसान हो जाएगा (86 प्रतिशत)
  • नौकरी तलाशने वाले नए कौशल प्राप्त कर पाएंगे या उनका कौशल बढ़ेगा (85 प्रतिशत)
  • नौकरी तलाशने वाले ज्यादा जटिल, महत्वपूर्ण कामों पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे (47 प्रतिशत)
  • केवल अनुभव की बजाय अपने कौशल और क्षमता के आधार पर नियुक्ति पाने में मदद मिलेगी (43 प्रतिशत)

नियोक्ताओं (85 प्रतिशत) को यह भी विश्वास है कि एआई से कर्मचारियों के काम की प्रकृति में सुधार आ सकता है, और उनके कर्मचारियों (77 प्रतिशत) के लिए करियर विकास के अवसर एवं नौकरी की सुरक्षा बढ़ सकते हैं।

सशि कुमार, हेड ऑफ सेल्स, इनडीड इंडिया ने कहा, ‘‘यह नया सर्वे एक उत्साहवर्धक खबर लाया है कि नौकरी तलाशने वाले न केवल एआई की संभावनाओं को जानते हैं, बल्कि इसकी क्षमता को लेकर उत्साहित भी हैं। इससे प्रदर्शित होता है कि नौकरी तलाशने वाले अपने करियर में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए एआई को अपनाने के लिए तैयार हैं। हालाँकि नियोक्ताओं को ऐसा ढाँचा बनाने के लिए मिलकर काम करना होगा, जो टेक्नोलॉजिकल प्रगति की ओर इसका प्रभावी उपयोग कर सके।’’

जहाँ भारत में नौकरी तलाशने वाले एआई सिस्टम और टूल्स के लाभों को स्वीकार करते हैं, वहीं उनके मन में कुछ शंकाएं भी हैं। मुख्य शंकाओं में नया कौशल प्राप्त करने या कौशल संवर्धन की जरूरत (43 प्रतिशत), उद्योग या व्यवसाय में नौकरियों के नुकसान (29 प्रतिशत), और नैतिक डर (20 प्रतिशत) शामिल हैं। इसके अलावा, वो काम में अपनी सेहत (17 प्रतिशत) और पूर्वाग्रह की संभावना (15 प्रतिशत) के नकारात्मक प्रभाव के बारे में अपनी शंका जाहिर करते हैं।

एआई से नियुक्ति के परिवेश में क्या परिवर्तन आ सकता है

इस सर्वे में यह भी सामने आया कि एआई भारत में नियुक्ति के परिदृश्य में क्या परिवर्तन ला सकता है, और नियोक्ताओं एवं नौकरी तलाशने वाले नौकरी तलाशने की प्रक्रिया में इसके द्वारा क्या प्रभाव उत्पन्न होने की अपेक्षा कर रहे हैं। 90 प्रतिशत एचआर/टेलेंट एक्विज़िशन लीडर्स का मानना है कि एआई सिस्टम्स और टूल्स की मदद से उनका काम आसान हो जाएगा, और 86 प्रतिशत का मानना है कि एआई से भर्ती और प्रत्याशियों के अनुभव में सुधार आ सकता है। 81 प्रतिशत को उम्मीद है कि एआई सिस्टम्स और टूल्स द्वारा वो अपनी नौकरी में ज्यादा ‘मानवीय’ पहलू पर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।

नौकरी तलाशने वाले अधिकांश लोगों (78 प्रतिशत) का मानना है कि एआई सिस्टम्स और टूल्स के विकास से भर्ती और प्रत्याशी के अनुभव में सुधार आएगा। हालाँकि, आधे (50 प्रतिशत) से ज्यादा नौकरी तलाशने वालों को चिंता है कि एआई भर्ती प्रक्रिया में मानवीय निर्णय और विवेक का स्थान ले लेगा। नौकरी तलाशने की एक निष्पक्ष और पूर्वाग्रहरहित प्रक्रिया के लिए नौकरी तलाशने वाले नियोक्ताओं से अपेक्षा करते हैं कि वो मानवीय दृष्टिकोण/निगरानी (48 प्रतिशत) बनाए रखेंगे, और एआई सिस्टम्स एवं टूल्स के लिए इस्तेमाल हो रहा डेटा अल्पसंख्यक समूहों (41 प्रतिशत) का प्रतिनिधित्व करे।

भारत अपने वैश्विक समकक्षों के सामने कहाँ खड़ा है

भारत में उत्तरदाता एआई की ओर सबसे ज्यादा अग्रसर हैं, 98 प्रतिशत एचआर प्रोफेशनल्स और 91 प्रतिशत नौकरी तलाशने वालों ने बताया कि वो काम के लिए एआई का उपयोग कर रहे हैं। इसके मुकाबले, जापान में एक तिहाई से ज्यादा एचआर प्रोफेशनल्स (35 प्रतिशत) और आधे से ज्यादा नौकरी तलाशने वालों (53 प्रतिशत) ने कहा कि वो व्यावसायिक रूप से एआई टूल्स का उपयोग नहीं कर रहे हैं। फ्रांस में स्थिति इसके विपरीत है, जहाँ 30 प्रतिशत नौकरी तलाशने वालों और 25 प्रतिशत एचआर प्रोफेशनल्स ने बताया कि उन्हें इस टेक्नोलॉजी को लेकर डर है।

एआई को अपनाने वाले अन्य देश यूएस और कैनेडा हैं, जहाँ 92 प्रतिशत एचआर प्रोफेशनल्स और यूके में 88 प्रतिशत इसका उपयोग कर रहे हैं। हालाँकि इन देशों में नौकरी तलाशने वाले इसका विरोध कर रहे हैं, और यूके में 41 प्रतिशत, यूएस में 30 प्रतिशत, और कैनेडा में 42 प्रतिशत नौकरी तलाशने वालों ने बताया कि वो वर्तमान में एआई का उपयोग नहीं करते हैं।

विधि

यह सर्वे सेंससवाईड द्वारा पूरे विश्व के सात देशों में इनडीड की ओर से 7275 नियोक्ताओं और कर्मचारियों के बीच किया गया। भारत में 1142 नियोक्ताओं और नौकरी तलाशने वालों का सर्वे किया गया।

डॉ.कृति ने झारखंड के अधिकारियों को बाल विवाह उन्मूलन व पुनर्वास की ट्रेनिंग दी

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Dr. Kriti gave training to Jharkhand officials on eradication and rehabilitation of child marriage.
Dr. Kriti gave training to Jharkhand officials on eradication and rehabilitation of child marriage.

जोधपुर। सारथी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी व पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डॉ.कृति भारती ने झारखंड जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारियों को संयुक्त रूप से बाल विवाह उन्मूलन, निरस्त व पुनर्वास की कानूनी प्रक्रिया, काउंसलिंग और अधिकारियों के प्रभावी दायित्व निष्पादन की ट्रेनिंग दी। वहीं अधिकारियों को बाल संरक्षण कानूनों के बारे में भी जानकारी दी।

झारखंड राज्य के नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ स्टडी एंड रिसर्च लॉ (एनएलयू) रांची के सेंटर फॉर चाइल्ड राइट्स, यूनिसेफ झारखंड और झारखंड स्टेट चाइल्ड प्रोटेक्शन सोसायटी की संयुक्त मेजबानी में बाल विवाह रोकथाम, लैंगिक हिंसा,बाल केंद्रित जोखिम की प्रभावी रोकथाम, मेंटल हेल्थ और साइकोसोशल सपोर्ट केंद्रित ट्रेनिंग का आयोजन किया गया। जिसमें झारखंड राज्य के महिला बाल विकास विभाग, यूनिसेफ, सीसीएस,जेएसपीएलएस, स्कीपा, सीआईपी, रिनपास, उच्च व स्कूल शिक्षा विभाग के विभिन्न प्रशिक्षक अधिकारियों को रेजिडेंशियल ट्रेनिंग दी गई। इस स्पेशल ट्रेनिंग में बतौर स्पेशल ट्रेनर देश में पहला बाल विवाह निरस्त करवाने वाली चाइल्ड एंड वूमन राइट्स एक्टिविस्ट व एडवोकेट डॉ.कृति भारती को शामिल किया गया।

डॉ.कृति भारती ने उक्त उच्चाधिकारियों को बाल विवाह उन्मूलन, बाल विवाह निरस्त और पुनर्वास के लिए प्रभावी रूप से कार्य करने के लिए ट्रेनिंग दी। जिसमें बाल विवाह रोकथाम के लिए अधिकारियों के दायित्व, ओरिएंटेशन व जन जागरूकता, ग्राउंड फोर्स डेवलप करने, बाल विवाह के ऑन स्पॉट एक्शन प्रोसेस,फील्ड में आने वाली चुनौतियों से सामना करने के समाधान , पॉक्सो, जेजे एक्ट और बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम,पीड़ितों की काउंसलिंग और पुनर्वास प्रयास आदि की भी जानकारी दी।

वहीं बाल विवाह के पूरी तरह खात्मे के लिए बाल विवाह निरस्त की कानूनी प्रक्रिया से भी अवगत करवाया। इस मौके पर झारखंड राज्य की स्टेट चाइल्ड प्रोटेक्शन सोसायटी के उप सचिव विकास कुमार, एसआईआरडी रांची के जेएसए व्याख्याता ठाकुर गौरी शंकर शर्मा, स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ रूरल डेवलपमेंट के जेएसए ऑफिसर इंचार्ज जितेंद्र सिंह,यूनिसेफ सीपीएस प्रीति श्रीवास्तव, यूनिसेफ झारखंड चाइल्ड प्रोटेक्शन ऑफिसर गौरव यादव, एनएलयू के देबर्षी व अन्य ने डॉ.कृति भारती का अभिनंदन किया। वहीं डॉ.कृति भारती के बाल विवाह निरस्त व रोकथाम की साहसिक मुहिम की मुक्त कंठ सराहना की।

उल्लेखनीय है कि डाॅ.कृति भारती मसूरी आईएएस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट लबासना, सशस्त्र सीमा बल, राज्य एवं जिला विधिक प्राधिकरण,पुलिस ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट, रीपा जयपुर एवं यूनिसेफ आदि नामचीन इस्टीट्यूट में नियमित ट्रेनिंग देती रहती है। डॉ.कृति ने देश का पहला बाल विवाह निरस्त करवाकर अनूठी पहल की थी। डाॅ.कृति ने अब तक 50 जोड़ों के बाल विवाह निरस्त करवाए और हजारों बाल विवाह रूकवाए हैं।

जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स,एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स, वर्ल्ड रिकाॅर्ड्स इंडिया, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स सहित 9 रिकॉर्ड्स में शामिल किया गया। डाॅ.कृति की मुहिम को सीबीएसई पाठ्यक्रम में भी शामिल किया गया। डाॅ.कृति भारती को अन्तर्राष्ट्रीय संगठन गर्ल्स नाॅट ब्राइड की ओर चेंज मेकर सम्मान, लंदन में अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान, बीबीसी की 100 प्रेरणादायक महिलाओं की सूची में शामिल होने के अलावा ग्लोबल अवाॅर्ड, मारवाड़ रत्न, मेवाड़ रत्न सहित कई राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा जा चुका है।

जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल: जयपुर म्यूजिक स्टेज 2024 के शानदार सितारे!

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Jaipur Literature Festival: Amazing stars of Jaipur Music Stage 2024!
Jaipur Literature Festival: Amazing stars of Jaipur Music Stage 2024!

जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 17वें संस्करण के लिए तैयार है और वहीं जयपुर म्यूजिकस्टेज अपने बेमिसाल सितारों के साथ धरती के सबसे बड़े साहित्यिक शो के साथ कदम ताल के लिए तैयार है। जेएमएस में भारतीय उपमहाद्वीप के प्रतिभाशाली कलाकार प्रस्तुति देंगे। जो संगीत की विविध शैलियों और इतिहास को बयां करेंगे।

जाने-माने गायक-गीतकार और कवि अलिफ़ (मोहम्मद मुनीम) पहली शाम को परफॉर्म करेंगे। अलिफ़ को बहुत से पुरस्कारों से नवाजा गया है, जिनमें सिंगल ललनावत के लिए दादा साहेब फाल्के फिल्म फेस्टिवल अवार्ड, सिंगल लाइक ए सूफी के लिए आईआरएए अवार्ड और राइड होम के लिए आईआईएमए का ‘बेस्ट फोक सोंग’अवार्ड अलिफ़ हाल ही में कोक स्टूडियो भारत के सीजन 2 में शामिल हुए थे।

जहाँ उन्होंने क्या करे कोरिमोल गाया था। शाम की मधुर धुनों को आगे बढ़ाएंगे। तापी प्रोजेक्ट जिसमें शामिल हैं योगेन्द्र सानिया वाला (बेसगिटार, गीतकार, रचनाकार), स्वाति मिनाक्सी (स्वर), गौरव कपाड़िया (ड्रम्स) और बीजू नाम्बिअर (कीबोर्ड, बेस और ड्रम्स)। फोक, ट्रिप-हॉप, जैज़ और फोक इंस्ट्रूमेंट के साथ ये बैंड दिल छू लेने वाली प्रस्तुति देंगे।

जेएमएस की दूसरी शाम को प्रभ दीप पर फॉर्म करेंगे। दिल्ली में रहने वाले प्रभ दीप बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। जिन्होंने सुरों के माध्यम से स्टोरी टेलिंग में अपनी अलग पहचान बनाई है। हालाँकि ‘क्लास-सिख’ दीप का आत्म कथात्मक प्रोजेक्ट है। लेकिन इसके क्राफ्ट और ख़ूबसूरती ने बड़े पैमाने पर श्रोताओं को मोहित किया है।

ऐसा ही प्रभाव उनके ‘किंग’ और ‘तबिया’ प्रोजेक्ट्स का भी रहा। फेस्टिवल की दूसरी शाम को द रीविजिट प्रोजेक्ट की भी प्रस्तुति होगी। इस बैंड की ख़ासियत जैज़ की भिन्न रूपों में प्रस्तुति है। 2014 में बने इस ग्रुप ने हिन्दी फिल्म म्यूजिक की लुप्त परम्परा को समकालीन फंक व जैज़ के साथ प्रस्तुत किया।

जेएमएस की आखरी शाम में जाने-माने गायक-गीतकार हरप्रीतऔर सलमान इलाही प्रस्तुति देंगे। हरप्रीत एक हरफन मौला कलाकार हैं, जो हिन्दी, पंजाबी, बंगाली, असमी, राजस्थानी और हरयाणवी के गाने गाते हैं। उनकी पहचान मुख्य रूप से कबीर और बुल्ले शाह के दमदार शब्दों को अपनी आवाज़ देने की है। मुंबई में रहने वाले संगीतकार सलमान इलाही की मधुर आवाज़ को उनके लोकप्रिय गीत पहाड़ों में के माध्यम से 20 मिलियन से ज्यादा लोगों ने सुना। मुख्य रूप से उर्दू-हिन्दी में लिखने और गाने वाले इलाही के लिए संगीत अपने विचारों को व्यक्त करने और आत्म-खोज का माध्यम है।

इसी शाम को बैंड वेन चाय मेट टोस्ट भी अपनी धुनों से श्रोताओं को झूमने पर मजबूर कर देगा। बैंड में शामिल हैं गायक अश्विन गोपा कुमार, गिटारिस्ट अच्युत जय गोपाल, कीबोर्ड प्लेयर पाली फ्रांसिस और ड्रमर पाई शैलेश। 2016 में बने इस बैंड की पहली एल्बम थी ‘जॉय ऑफ लिटिल थिंग्स’, जिसने अपने बहुभाषी शब्दों, खूबसूरत कोरस और फोक इंस्ट्रूमेंट्स की बदौलत तुरंत ही श्रोताओं का दिल जीत लिया था। जयपुर म्यूजिकस्टेज की तीनों शाम ‘नाईट बाज़ार’ के नाम भी रहेंगी। जहाँ विविध मर्चें डाइज के साथ-साथ, विविध वाद्य यंत्र, म्यूजिक टेक्नोलॉजी इत्यादि भी प्रस्तुत रहेगी।

मार्गशीर्ष मास नदी में पवित्र स्नान और दान-पुण्य के लिए पूरा महीना विशेष फलदायी है

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जयपुर। मार्गशीर्ष मास की शुरुआत हो चुकी है। खानपान और पहनावे के साथ ही भगवान की सेवा-पूजा में भी बदलाव हुआ है। ठाकुरजी को रात्रि में अब शॉल के बजाय रूई की मखमली रजाई ओढ़ाई जा रही है,साथ ही ठाकुरजी के स्नान के लिए गुनगुने जल में इत्र मिलाया जा रहा है।

ज्योतिषाचार्य पंडित बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि भगवान कृष्ण और उनके अवतारों की पूजा,नदी में पवित्र स्नान और दान-पुण्य के लिए पूरा महीना विशेष फलदायी है। 26 दिसंबर को इस महीने का समापन होगा। ज्योतिषाचार्य शर्मा ने बताया कि इस महीने में ही भगवान शिव-पार्वती और राम-सीता का विवाह हुआ था। इसके अलावा कृष्ण ने अर्जुन को गीता का ज्ञान भी इसी महीने में दिया था। वहीं मार्गशीर्ष मास को मगसर,अगहन या अग्रहायण भी कहा है। इसमें विष्णु स्वरूप भगवान कृष्ण की विशेष पूजा की परंपरा है।

भगवान कृष्ण ने गीता में कहा है कि सभी महीनों में मार्गशीर्ष मेरा ही स्वरूप है। मार्गशीर्ष माह से ही सतयुग की स्थापना हुई थी। ज्योतिषाचार्य पंडित बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि तीस नवंबर को संकष्टी चतुर्थी, पांच दिसंबर को कालभैरव जयंती, सत्रह दिसंबर को विवाह पंचमी, बाईस दिसंबर को गीता जयंती, मोक्षदा एकादशी, छब्बीस दिसंबर को दत्तात्रेय जयंती, मार्गशीर्ष पूर्णिमा सहित अन्य व्रत-त्यौहार इस माह में हैं।

श्री राम विवाह जानकी महोत्सव: सीता स्वयंवर का प्रसंग साकार

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Shri Ram Vivah Janaki Mahotsav: The theme of Sita Swayamvar comes true
Shri Ram Vivah Janaki Mahotsav: The theme of Sita Swayamvar comes true

जयपुर। श्री रामचंद्र जी मंदिर चांदपोल बाजार में चल रहे सात दिवसीय श्री राम जानकी विवाह महोत्सव सीता स्वयंवर का प्रसंग  साकार किया गया ।जिसमें धनुष यज्ञ का कार्यक्रम भी संपन्न हुआ । इस प्रसंग के लिए काठ का धनुष व बाण विशेष तौर पर तैयार कराया गया। जिसे सोने -चांदी के गोटे से सजाया गया।

श्रीराम ने तोड़ा पिनाग

इस धनुष को मंदिर जगमोहन के बीचों-बीच रखा गया। जिसे ठाकुर श्रीराम जी ने अपने हाथों से तोड़ा। इस धनुष का नाम रामायण में शिव धनुष  पिनाग बताया गया है। यह धनुष शिव जी ने परशुराम जी को दिया था। जिसके बाद परशुराम जी ने राजा जनक के पास रखवा दिया। राजा जनक ने यह धनुष सीता स्वयंवर के उपयोग में लिया था।


महंत नरेंद्र तिवाड़ी ने बताया कि श्रीराम जानकी विवाह में महोत्सव में जैसे ही श्रीराम जी ने यह धनुष तोड़ा वैसे ही घंटे घडियाल,नगाड़ा,शंक आदि की गर्जना के बीच श्री सीता जी ने उन्हे जय-माला महनाई। इसके बाद जनकपुर से अयोध्या मंगल पत्रिका भेजी गई।

इन पदो का हुआ गायन
धनुष के तोड़ने के साथ ही विशेष पद  “लेत चढ़ावत खैंचत गाढ़े, कबहुना लखा देख सब ठाढ़े”
“जिस छन्न मध्य राम धनु तोड़ा, भरे भुवन धुनि घोर कठोरा”। आदि का मुख्य रूप से गायन हुआ।

संकष्टी चतुर्थी पर महिलाओं ने रखा व्रत

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Ganpati Bappa Moriya echoed in Chotikashi on Ganesh Chaturthi.
Ganpati Bappa Moriya echoed in Chotikashi on Ganesh Chaturthi.

जयपुर। मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि पर शुक्रवार को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई गई। इस पर्व पर महिलाओं ने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखा । रात्रि को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोला। 

कुंवारी कन्याओं ने अच्छा पति पाने के लिए दिनभर व्रत रखकर शाम को भगवान गणेश की पूजा की। गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर सर्वार्थ सिद्धि योग रहा। संकष्टी चतुर्थी पर श्रद्धालुओं ने गणेशजी की विशेष पूजा-अर्चना की। कई लोगों ने व्रत रखा।  गणाधिप संकष्टी चतुर्थी के दिन व्रत करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है। भगवान गणेश को पूजा के दौरान उन्हें सिंदूर और जोड़े में दूर्वा अर्पित की। मान्यता है कि  ऐसा करने से साधक के सभी बिगड़े काम बनने लगते हैं।