A vicious chain snatcher who committed the crime of chain snatching was arrested
जयपुर। जयपुर कमिश्नरेट की स्पेशल जिला स्पेशल टीम (सीएसटी) ने मानसरोवर थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए चेन स्नेचिंग की वारदात करने वाले एक शातिर चेन स्नैचर को धर-दबोचा है। पुलिस ने आरोपित के पास से वारदात में प्रयुक्त एक दुपहिया वाहन भी जब्त किया गया है। पुलिस पूछताछ में पचास से अधिक वारदातों को अंजाम देना कबूला है। फिलहाल आरोपित से पूछताछ की जा रही है।
पुलिस उपायुक्त (अपराध) कुन्दन कंवरिया ने बताया कि सीएसटी ने मानसरोवर थाना इलाके में कार्रवाई करते हुए चेन स्नेचिंग की वारदात करने वाले शातिर स्नेचर विनोद बावरिया निवासी धौलपुर हाल हरियाणा को गिरफ्तार किया है। जिसके पास से वारदात में प्रयुक्त एक दुपहिया वाहन बरामद किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित दुपहिया वाहन की नम्बर प्लेट नम्बर हटाकर अकेली आने-जाने वाली महिला व राह चलती महिलाओं को सुनसान जगह देख कर वारदात को अंजाम देता है।
गिरफ्तार आरोपी विनोद बावरिया चेन स्नेचर का अपराध करने का आदि है। आरोपी पूर्व में भी जयपुर शहर में चेन स्नैचिंग की काफी वारदातों का अंजाम दे चुका है। गिरफ्तार आरोपी विनोद बावरिया ने अपने साथी विक्रम बावरिया के साथ मिलकर पूर्व में की गई वारदातों के अलावा एक ही दिन में जयपुर मे मानसरोवर में 2,चित्रकूट में 2 व थाना वैशाली नगर में 1 चैन लूट लूटने की वारदात करना स्वीकार किया है।
आरोपित वारदात करने से पहले मादक पदार्थ का सेवन करके नशे में वारदात को अंजाम देता है। वारदात करते समय राह चलती महिलाओं से चेन छीनाझपटी में मारपीट करने से भी पीछे नहीं हटता है। आरोपी जहां भी वारदात करता है, लगातार 2-4 वारदातों को अंजाम देता है। आरोपित से पूछताछ में अन्य वारदात खुलने की संभावना है।
जयपुर। मुहाना थाना इलाके में चार वर्षीय बालिका की मां व सौतेले पिता द्वारा हत्या कर शव को बारां में छिपाने के मामले की जांच में अहम खुलासा हुआ है। बहन की हत्या का राज दस वर्षीय मासूम जानता था। दस वर्षीय मासूम के सामने उसके बाप-सौतेली मां ने दस वर्षीय सौतेली बहन इशिता की गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या से पहले मां-सौतेले बाप ने बेटी को बुरी तरह पीटा। इससे उसकी चमड़ी नीली पड़ गई और हाथ भी टूट गया।
बहन की हत्या देख मासूम इतना सहम गया था कि वह 24 घंटे तक कुछ बोल भी नहीं पाया। दोनों ने मासूम को हत्या की बात किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी। जैसे ही मासूम अपने पिता से दूर दादा के पास पहुंचा तो इशिता की निर्मम हत्या की पूरी आंखों देखी सच्चाई बयां कर दी। इस पूरे प्रकरण को लेकर पुलिस ने हत्या के आरोपी पिता महावीर प्रसाद बैरवा और मां रोशन बाई को गिरफ्तार कर लिया है।
गौरतलब है कि 30 मई को बारां जिले के जैतपुरा निवासी जयराम बैरवा ने भंवरगढ़ थाने में सूचना दी कि उसके घर के कमरे में रखी अलमारी में से बदबू आ रही है। अलमारी को खोलकर देखा तो उसमें एक सफेद प्लास्टिक का कट्टा रखा था, जिसमें से खून निकल रहा था और बदबू आ रही है। सूचना पर भंवरगढ़ थानाधिकारी राजेश मीणा मौके पर पहुंचे। अलमारी में रखे कट्टे को खोलकर देखा तो उसमें इशिका का शव चुन्नी से बंधा रखा हुआ था। इशिता उसके बेटे महावीर की दूसरी पत्नी रोशन बाई की बेटी थी।
आरोपी महावीर करीब तीन महीने पहले भाई की मौत पर अपने गांव जैतपुरा आया था। उस समय उसने अपने पिता जयराम से झगड़ा किया था। इस झगड़े के चलते जयराम ने महावीर के खिलाफ मामला दर्ज करवा रखा था। 29 मई को जब महावीर अपने बेटे के साथ गांव आया तो उसके पिता ने पुलिस को सूचना दे दी। पकड़े जाने के डर से महावीर इशिका की लाश को घर में ही रखकर बेटे को लेकर बस से जयपुर लौट रहा था। तभी पुलिस ने उसे रास्ते में पकड़ लिया। इस दौरान पुलिस ने पोते को उसके दादा जयराम को सौंप दिया।
दस वर्षीय मासूम ने बताई पूरी कहानी
महावीर हत्या के बाद चार वर्षीय इशिका के शव को ठिकाने लगाने के लिए गांव लाया था। इस बात का पता उसके दस साल के बेटे को भी था। पिता उसे भी इशिका की तरह मार न दे, इस डर से वह ये बात किसी को बता नहीं पाया। पुलिस ने महावीर को पकड़ने के बाद दस वर्षीय पोते को उसके दादा को सौंप दिया। जयराम पोते को लेकर घर आया तो उसने बहन की हत्या की पूरी कहानी दादा को बताई। इसके बाद दादा ने कमरे की जांच की तो वहां इशिका की लाश रखा कट्टा पड़ा था। उसमें से खून रिस रहा था और बदबू आ रही थी।
इशिका की हत्या करने के बाद महावीर उसकी लाश को लेकर अपने गांव आ गया था। वहीं इशिका की मां रोशन घर से फरार हो गई थी। वह मुहाना मंडी में छिपी हुई थी। पुलिस ने उसे वहीं से गिरफ्तार किया। पूछताछ में सामने आया कि महावीर बैरवा और रोशन पिछले सात महीने से साथ रह रहे थे। महावीर की पहली पत्नी से हुआ उसका दस का बेटा दादा के पास रहता था। वहीं रोशन के पहले पति से हुई चार वर्षीय बेटी इशिका रोशन और महावीर के साथ ही रहती थी। तीन महीने पहले महावीर अपने बेटे को भी गांव से जयपुर लेकर आ गया था।
इसके बाद महावीर और रोशन के बीच झगड़ा बढ़ गया था। दोनों एक-दूसरे पर बच्चे का ध्यान नहीं रखने और भेदभाव करने का आरोप लगाते थे। शुक्रवार की शाम को उसके पिता और मां का झगड़ा हुआ था। झगड़े के बाद उसकी मां ने इशिका को बुरी तरह पीटना शुरू कर दिया था। मारपीट से इशिका काफी रो रही थी तो मां और पिता ने उसका गला दबा दिया। इसके बाद उसके पिता ने इशिता को पहले एक चुन्नी से बांधा। उसके बाद एक कट्टे में डाल कर बांध दिया और गांव के लिए निकल गए। वह रात में ट्रेन और फिर बस से अपने गांव पहुंचे थे।
रोशन अपने पति को छोड़कर आई थी
पुलिस ने बताया कि रोशन भाई की शादी टोंक के घांस निवासी रविंदर बैरवा से हुई थी। उससे बेटी इशिका का जन्म हुआ था। रोशन का आरोप था कि उसका पति रविंद्र शादी के बाद से ही उसके साथ मारपीट करता था। ऐसे में वह अपनी बेटी को लेकर घर छोड़कर निकल गई थी। महावीर और रोशनबाई की मुलाकात टोंक के उनियारा रोड पर एक शराब के ठेके के बाहर हुई थी। महावीर ठेके पर शराब पीने के लिए गया था। वहीं ठेके बाहर खड़ी रोशन ने महावीर से शराब के पैसे मांगे थे। महावीर ने रोशन को शराब दिलाई और इसके वहां से रोशन बाई अपनी बेटी इशिता के साथ महावीर के साथ जयपुर आ गई और महावीर के साथ लिव इन में रहने लग गई थी।
जयपुर। तूंगा थाना इलाके में उस समय दहशत का माहौल हो गया,जब मुरैना से जयपुर जा रही एक स्लीपर कोच बस में सोमवार-मंगलवार की मध्य रात्रि में चलती बस में अचानक आग लग गई। लेकिन थाना क्षेत्र में रात्रि गश्त कर पुलिस की सजगता से बड़ा हादसा टल गया और बस में सवार करीब 70 यात्रियों की जान बच गई।
जहां पुलिस टीम ने तुरंत पुलिस वाहन को बस के आगे लगाकर बस को रुकवाया और बस में सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला। इसके बाद आग बुझाने का प्रयास शुरू किया और स्थिति को संभाला। इस दौरान ड्राइवर को भी आग का मालूम नहीं चला। सूचना मिलते ही थाने से पुलिस जाब्ता भी मौके पर पहुंचा और आग बुझाने में मदद की। थोड़ी ही देर में जयपुर पूर्व पुलिस उपायुक्त तेजस्विनी गौतम और थानाधिकारी श्रीराम मीणा भी मौके पर पहुंच गए और स्थिति का जायजा लिया।
थानाधिकारी श्रीराम मीणा ने बताया कि तूंगा थाना क्षेत्र के लालसोट रोड स्थित वीर तेजाजी धर्मकांटे के पास चलती बस के टायरों में अचानक आग लग गई। इस दौरान मौके पर थाने की चेतक खड़ी थी। जिसमें तैनात कांस्टेबल राजेश और राहुल ने बस के टायर में आग को देखकर बस का पीछा कर रूकवाया। बस से सवारियों को नीचे उतरा।
इस दौरान पुलिस की दूसरी टीम ने आग को कंट्रोल करने के लिए पानी डाला और फायर बिग्रेड को सूचना दी। आग पर समय रहते काबू पा लिया गया। कंट्रोल को सूचना देने पर डीसीपी पूर्व तेजस्विनी गौतम जो रात में गश्त पर थी, वह भी मौके पर पहुंची। यात्रियों को दूसरी बस से जयपुर के लिए रवाना किया गया।
मुरैना से जयपुर की ओर जा रही थी
पुलिस के अनुसार बस मुरैना से जयपुर की ओर जा रही थी, तब अचानक तेजाजी मंदिर के पास टायर में आग लग गई। पुलिसकर्मियों की तत्परता से न सिर्फ आग पर काबू पाया गया, बल्कि यात्रियों को समय रहते बाहर निकालकर बड़ा हादसा टाल दिया गया। इसके बाद यात्रियों ने पुलिसकर्मियों को धन्यवाद कहा और कांस्टेबल राजेश और राहुल की जमकर सराहना की। बस में करीब 60 से 70 लोग सवार थे।
जयपुर। झोटवाड़ा थाना इलाके के सीकर रोड पर मंगलवार सुबह एक टेंपो ट्रैक्स-कार व बाइक में भिड़ंत हो गई। हादसा इतना जबरदस्त था कि टेंपो ट्रैक्स रेलिंग तोड़ते हुए निकल गई। हादसे में बाइक सवार व टेंपो ट्रैक्स चालक घायल हुआ है। सूचना मिलने पर एक्सीडेंट थाना पश्चिम पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया। जहां उनका इलाज जारी है।
एएसआई रघुनंदन शर्मा ने बताया कि हादसा मंगलवार सुबह सात बजे हुआ। भवानी निकेतन कॉलेज के सामने हादसा हुआ। एक कार सीकर की ओर जा रही थी और वहीं सामने से चौमू की तरफ से जयपुर की ओर टेंपो ट्रैक्स आ रही थी। तभी दोनों गाड़ियां तेज रफ्तार में आमने सामने टकराई। इस दौरान कार के पीछे एक बाइक जा रही थी।
जिसका संतुलन बिगड़ने से वह भी कार से टकरा गया। ऐसे में तीन वाहनों की भिड़ंत हुई। इस हादसे में दो लोग घायल हुए। जिन्हें अस्पताल ले जाया गया। वहीं क्षतिग्रस्त वाहनों को जब्त कर लिया गया है। पुलिस की ओर से हादसे की जांच की जा रही है।
जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की चित्तौड़गढ़ टीम ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए कार्यालय ब्लॉक परियोजना प्रबंधक राजीविका विभाग डूंगला जिला चित्तौड़गढ़ की ब्लॉक परियोजना प्रबंधक (बीपीएम) (संविदा कर्मी) ममता माली को ढाई हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यरो पुलिस महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि एसीबी चित्तौड़गढ़ टीम को परिवादिया ने शिकायत दी कि कार्यालय ब्लॉक परियोजना प्रबंधक राजीविका विभाग डूंगला जिला चित्तौड़गढ़ की ब्लॉक परियोजना प्रबंधक (बीपीएम) ममता माली ने लखपति दीदी योजना एवं पशु सखी योजना में लगातार बनाये रखने एवं नाम नहीं हटाने की एवज में ढाई हजार रुपये की रिश्वत मांग रही है। जिस पर एसीबी चित्तौड़गढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह के नेतृत्व में ट्रेप की कार्रवाई करते हुए ब्लॉक परियोजना प्रबंधक (बीपीएम) (संविदा कर्मी) ममता माली को ढाई हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
Goods worth lakhs burnt in a huge fire in a plastic godown
जयपुर। नाहरगढ़ थाना इलाके में मंगलवार सुबह गणगौरी बाजार में उस समय हड़कंप मच गई जब एक प्लास्टिक गोदाम में भीषण आग लग गई। जहां सुबह एकाएक गोदाम से धुआं निकलने पर लोगों ने मालिक को फोन कर सूचना दी। साथ ही पुलिस और दमकल को सूचित किया गया। बताया जा रहा है कि जब तक दमकल मौके पर पहुंचती,तब तक आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। देखते ही देखते गोदाम के अंदर से आग की लपटे बाहर निकल कर आने लगी।
सूचना पर दमकल मौके पर पहुंची और पाइप छोटा होने के कारण वह आग तक नहीं पहुंच सकी। इसके बाद दूसरी दमकल को मौके पर बुलाया गया। गली पतली होने कारण दमकल को मौके पर पहुंचने में समय लगा। इस आग पर काबू पाने के लिए दमकल को फोम का इस्तेमाल करना पड़ा जिस से आग कंट्रोल हो सकी। लेकिन इससे पहले ही गोदाम में रखे प्लास्टिक के बने हुए उपकरण जैसे जार, जग, कुर्सी, टेबल, बर्तन, मग, बाल्टी सभी जल कर पिघल गए। फिलहाल आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। वहीं मौके पर पहुंची पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
लोगों में दहशत का माहौल
आग की लपटें और धुआं देखकर आस-पास के मकानों में रहने वाले लोग दहशत में आ गए और घर छोड़कर बाहर निकलने लगे। आग लगने के समय इमारत की ऊपरी मंजिल पर तीन से चार लोग मौजूद थे। उन्होंने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। आग इतनी तेजी से फैली कि आसपास अफरा-तफरी मच गई।
संकरी गली होने के कारण दमकल की गाड़ियां घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी
सूचना के बाद मौके पर दमकल की गाड़ियां पहुंचीं,लेकिन संकरी गली होने के कारण दमकल की गाड़ियां घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी। ऐसे में फायर ब्रिगेड की टीमों ने करीब तीन सौ मीटर दूर से पाइप बिछाकर आग बुझाने का प्रयास शुरू किया। इसके बाद मौके पर पुलिस, नगर निगम और प्रशासन के अधिकारी भी पहुंच गए।
बिजली विभाग ने एहतियातन क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति को बंद कर दिया ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो। पुलिस ने आस-पास के घर खाली कराए और लोगों को घरों से बाहर निकलने की अपील भी की। आग लगने का कारण प्रथम दृष्टया शॉर्ट सर्किट माना जा रहा है। हालांकि पुलिस और फायर विभाग की ओर से जांच की जा रही है।
सात घंटे में 24 दमकलों ने पाया आग पर काबू
आग की सूचना पर चौगान, आमेर, घाटगेट, बनी पार्क, मानसरोवर सहित अन्य फायर स्टेशनों से करीब 24 दमकल मौके पर पहुंची। लेकिन मौके पर सकरी गली होने के कारण ज्यादा अंदर तक नहीं जा सकी। इससे आग को बुझाने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। आग से गोदाम में रखा पूरा सामान जलकर स्वाहा हो गया।
सिलेंडर फटने से बचा, दमकलकर्मियों ने सुरक्षित निकाला बाहर
गोदाम संचालक कारोबार के साथ स्वयं इसी भवन में रहता था। गोदाम में ही उसने अपने रोजाना के काम के लिए सिलेंडर भी रखा था। आग ने पूरे भवन को आगोश में ले लिया। इसी दौरान आग बुझाने में जुटे दमकल कर्मियों को ऊपरी मंजिल पर सिलेंडर रखा मिला। इस पर लपक सिलेंडर उठा लिया और सुरक्षित नीचे भेज दिया। जहां सिलेण्डर रखा था वह हिस्सा भी काफी हद तक आग से जल गया। अगर सिलेण्डर फट जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
सकरी गली में पाइप ले जाने में भी आई समस्या
स्थानीय निवासी ने बताया कि वह नाहरगढ़ किले रोड पर रहते हैं। सुबह परिवार के साथ गोविंद देव मंदिर की तरफ जा रहे थे। इसी दौरान गणगौरी बाजार से निकलने के दौरान कॉलोनी में एक दुकान से धुआं निकलते देखा। जिस पर गाड़ी रोकी और दमकल को दुकान में आग लगने की सूचना दी। स्थानीय लोगों को भी दुकान में आग की सूचना दी।
इसके बाद दुकान के छत पर रहने वालों को घर से बाहर निकाला। सुबह करीब 10 बजे दुकान में आग लगी। इसके बाद दमकल को मौके पर पहुंचने में आधा घंटा लगा। इस दौरान जो दमकल मौके पर पहुंची। पाइप छोटा होने के कारण वह आग तक नहीं पहुंच सकी। इसके बाद दूसरी दमकल को मौके पर बुलाया गया। गली पतली होने कारण दमकल को मौके पर पहुंचने में समय लगा।
प्लास्टिक के उपकरण रखे थे दुकान में
प्लास्टिक के बने हुए उपकरण जैसे जार, जग, कुर्सी, टेबल, बर्तन, मग, बाल्टी सभी जल कर पिघल गए। आग को कंट्रोल करने में दमकल को भी बड़ी मशक्कत का सामना करना पड़ा। आग को कंट्रोल करने के लिए दमकल को फॉम का इस्तेमाल करना पड़ा।
आधा दर्जन मकान कराए खाली
आग के विकराल रूप धारण करने के कारण गोदाम के आस-पास के आधा दर्जन मकानों को खाली करवा लिया गया। वहां पर रह रहे लोगों को दूसरे स्थान भेज दिया गया। आग बुझने के बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। आग बुझने के बाद भी लोगों में अजीब सा डर नजर आया। आग बुझाने के दो घंटे बाद लोग वापस अपने घरों को लौट आए।
चारदीवारी में रिहायशी इलाकों में चल रहा व्यावसायिक काम
नगर निगम की नाक के नीचे शहर की चारदीवारी में रिहायशी इलाकों में धड़ल्ले से कारोबार चल रहा है। लेकिन नियम विरुद्ध चल रहे इन कारोबारी स्थानों पर कभी निगम ने कार्रवाई की जहमत नहीं उठाई। विशेष बात यह है कि रिहायशी इलाकों की सड़के सकड़ी है। ऐसे में अगर आग लगती है तो वहां पर दमकल का पहुंचना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में समय पर आग पर काबू नहीं पाया जाता है। इससे जनहानि के डर के साथ आर्थिक नुकसान भी ज्यादा होता है।
जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जोधपुर शहर टीम ने मंगलवार को कार्रवाई करते हुए जोधपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड जोधपुर के सहायक अभियंता कार्यालय नान्दड़ी में कार्यरत हेल्पर (द्वितीय) तेजाराम को पच्चीस हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो पुलिस महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि परिवादी ने कार्यालय अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसीबी जोधपुर में शिकायत दर्ज करवाई कि उसका कारखाना है, जिसमें 31.5 एचपी का बिजली कनेक्शन ले रखा है। वर्तमान में आवश्यकता नहीं होने के कारण विद्युत विभाग के नान्दड़ी कार्यालय में लोड कम करने के लिए आवेदन दे रखा है।
सहायक अभियंता कार्यालय नान्दड़ी में कार्यरत हेल्पर (द्वितीय) तेजाराम इस काम के लिए जो रसीद कटेगी और उसके अलावा 29 हजार रुपये खर्चे के अलग से मांग कर रहा है। जिस पर एसीबी जोधपुर शहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चक्रवर्ती सिंह राठौड़ के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया गया और फिर मंगलवार को ट्रेप की कार्रवाई करते हुए हेल्पर (द्वितीय) तेजाराम को पच्चीस हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया।
Assistant Administrative Officer of Employment Exchange arrested on charges of espionage
जयपुर। राजस्थान इंटेलिजेंस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए जैसलमेर के रोजगार कार्यालय में कार्यरत सहायक प्रशासनिक अधिकारी शकूर खान को जासूसी के गंभीर आरोप में गिरफ्तार किया है। उस पर आरोप है कि वह पाकिस्तान को भारत से जुड़ी सामरिक महत्व की गोपनीय सूचनाएं भेज रहा था।
पुलिस महानिरीक्षक सीआईडी सुरक्षा विष्णु कांत गुप्ता ने बताया कि आरोपित शकुर खान की गतिविधियां काफी समय से संदिग्ध पाई जा रही थीं। इसी के चलते सुरक्षा एजेंसियों द्वारा उस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी। निगरानी के दौरान यह जानकारी सामने आई कि शकूर खान पाकिस्तान दूतावास में कार्यरत कुछ व्यक्तियों विशेषकर अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश और सोहेल कमर के साथ लगातार संपर्क में था। गौरतलब है कि दानिश को पहले ही भारत सरकार द्वारा ‘अवांछित व्यक्ति’ घोषित कर वापस पाकिस्तान भेजा जा चुका है।
शकूर खान से जयपुर में केंद्रीय पूछताछ केंद्र पर सभी खुफिया एजेंसियों द्वारा विस्तार से पूछताछ की गई। पूछताछ में यह खुलासा हुआ कि वह जैसलमेर के रोजगार कार्यालय में सहायक प्रशासनिक अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पद पर नियुक्त है। जांच में सामने आया कि उसने दानिश की मदद से कई बार पाकिस्तान का वीजा प्राप्त किया और पाकिस्तान की यात्राएं कीं।पाकिस्तान प्रवास के दौरान शकूर खान पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के एजेंटों से संपर्क साधने का आरोप है।
आरोप है कि वह आईएसआई के बताए अनुसार भारत लौटकर सामरिक महत्व की सूचनाएं इकट्ठा करता था और उन्हें व्हाट्सएप जैसे माध्यमों से पाकिस्तान तक पहुंचाता था। यह एक गंभीर सुरक्षा उल्लंघन है, क्योंकि उसके पद के कारण उसे कई संवेदनशील जानकारियों तक पहुंच हो सकती थी।
आईजी गुप्ता ने बताया कि शकूर खान द्वारा किया गया यह कृत्य शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के अंतर्गत आता है। इसी अधिनियम के तहत उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। इस गिरफ्तारी से एक बार फिर यह स्पष्ट हो गया है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां देश की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह सतर्क हैं और हर संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रख रही हैं।
There was tremendous enthusiasm in the grandparents pageant
जयपुर। राजधानी जयपुर में आयोजित हुए “ग्रैंडमाँ और ग्रैंडपा प्रेजेंट सीजन 3” में बुजुर्ग दादा-दादी ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस आयोजन के आयोजक अक्स फाउंडेशन की फाउंडर अनिता माथुर और परहित इवेंट्स के फाउंडर एवं डायरेक्टर पारुल और रोहित ने इसमें 50 साल से ज़्यादा उम्र के वृद्धजनों एवं जीवन रेखा हॉस्पिटल के नी-रिप्लेसमेंट पेशेंट की रैंप वॉक करवाई।
इस कार्यक्रम की विजेता कल्पना एवं डॉ. कैलाश गुप्ता, कमलेश जैन रहे । अनुराधा सरदाना, राज वर्मा, अनुराधा आयंगर पहले, दूसरे, एवं तीसरे रनर अप रहे।इस मंच पर बुजुर्गों को सम्मान, विजेताओं को बधाई और सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
जयपुर। ठिकाना मंदिर श्री गोविंद देवजी में निर्जला एकादशी उत्सव सात जून को मनाया जाएगा। इसकी तैयारियां शुरू हो गई है। प्रचंड गर्मी में दर्शनार्थियों की बढ़ती भारी संख्या को देखते हुए पुलिस प्रशासन के साथ हुए विचार-विमर्श के बाद मंदिर प्रशासन ने दर्शन की व्यवस्थाओं में कई परिवर्तन किए हैं। ताकि दर्शनार्थियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हो। मुख्य बदलाव यही है कि चप्पल-जूते,गाड़ी या बाहर उतारे और दर्शन करें। मंदिर परिसर और जगमोहन में लगातार खड़े रहने से बचें। ताकि पीछे आने वालों को शीघ्रता से दर्शन हो सकें। मोबाइल से रील बनाने का मोह भी छोड़ना होगा।
सुबह मंगला से शयन झांकी तक ठाकुरजी करीब 16 घंटे दर्शन देंगे। मंगला झांकी में का समय बढ़ाया गया है। मंगला झांकी सुबह साढ़े चार से साढ़े छह बजे तक होगी। लगातार दो घंटे ठाकुरजी भक्तों को दर्शन देंगे। कडक़ धूप से बचाने के लिए मंदिर के बाहर से जगमोहन तक छाया की व्यवस्था रहेगी। जगह-जगह पंखे और कूलर लगाए जाएंगे। पीने के पानी की व्यवस्था के लिए पांच जगह मंदिर की ओर से प्याऊ लगाई जाएगी। सभी को सुविधापूर्वक दर्शन हो इसके लिए करीब 200 स्वयंसेवक और पुलिस कर्मी ड्यूटी देंगे। पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारी व्यवस्थाओं पर नजर बनाए रखेंगे।
दर्शन करने आए तो इन बातों का रखें ध्यान
मंदिर में जूते-चप्पल खोलने की कोई व्यवस्था नहीं रहेगी। दर्शनार्थियों को अपने जूते-चप्पल खोल कर ही मंदिर में प्रवेश करना होगा। दर्शनार्थियों को मटके में जल अपने घर से ही भर कर लाना होगा। क्योंकि भारी भीड़ होने के कारण पानी के टैंकर से जलापूर्ति संभव नहीं हो पाती। इसलिए मंदिर में जल भरने की कोई व्यवस्था नहीं रहेगी। श्रद्धालु जल से भरे मटके, हाथ पंखी और आम का दान करेंगे। ये सामान बाद में जरूरतमंदों को वितरित किया जाएगा।
भारी भीड़ का लाभ उठाकर चोर सामान पार नहीं कर सकें इसलिए पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा की दृष्टि से कीमती सामान, बैग, थैला, लेडीज पर्स लेकर नहीं आने और कीमती आभूषण पहन कर नहीं की अपील की गई है। गर्मी के कारण शरीर में पानी की कमी नहीं हो इसलिए पानी की बोतल साथ लेकर जाएं।
प्रवेश मुख्य द्वार से निकास जय निवास बाग से:
मंदिर में प्रवेश केवल मुख्य द्वार से होगा। जय निवास बाग से प्रवेश निषेध रहेगा। ब्रह्मपुरी और कंवर नगर से आने वाले दर्शनार्थी का भी प्रवेश मंदिर मुख्य द्वार से प्रवेश कर सकेंगे। मंदिर के पीछे कुएं वाले गेट से प्रवेश निषेध रहेगा । दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओं का निकास पीछे जय निवास बाग की तरफ से होगा । यह व्यवस्था 7 जून को मंगला से शयन झांकी तक रहेगी। मंदिर में नि:शुल्क जूता घर बंद रहेगा हृदय रोगी, डायबिटीज रोगी, ब्लड प्रेशर रोगी या जिन्हें सांस की तकलीफ है तथा अन्य किसी बीमारी से ग्रसित भक्तों से भारी भीड़ के कारण होने वाली असुविधा से बचने के लिए मंदिर नहीं आने की अपील की गई है। ऐसे भक्त ऑनलाइन दर्शन कर सकते है। संदिग्ध व्यक्ति एवं लावारिस वस्तु दिखने पर मंदिर प्रशासन को एवं पुलिस प्रशासन को तुरंत सूचित करें।
यह रहेगा झांकियों का समय: मंगला झांकी-सुबह 4:30 से 6:30 बजे तक धूप झांकी-सुबह 7:30 से 9:00 बजे तक श्रृंगार झांकी-सुबह 9:30 से 10:15 तक राजभोग झांकी- सुबह 10:45 से 11:15 तक जलयात्रा-मध्याह्न 12:45 से 01:00 बजे तक ग्वाल झांकी- शाम 4:30 से 5:15 बजे तक संध्या झांकी-शाम 5:45 से 7:15 बजे तक शयन झांकी- शाम 7:30 से रात्रि 8:30 बजे तक (परिस्थिति के अनुसार परिवर्तन किया जा सकता है)