जयपुर। नगर निगम ग्रेटर आयुक्त डॉ. गौरव सैनी के निर्देशानुसार जीवीपी (गार्बेज वल्नरेबल पॉइंट) को पूरी तरीके से समाप्त करने के लिये विशेष नवाचार लागू किया गया है। जिसके तहत खुले में कचरा डालने वाले दोषी व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई की जायेगी।
नगर निगम ग्रेटर आयुक्त डॉ. गौरव सैनी ने बताया कि शहर को ओपन कचरा डिपो मुक्त करने के लिये यह कदम उठाया गया है विशेष नवाचार के तहत झोटवाड़ा जोन से शुरूआत करते हुये जीवीपी पॉइन्टस पर कैमरे और हूटर लगाये गये है जिनकी नगर निगम ग्रेटर की टीम द्वारा निरन्तर विशेष मॉनिटरिंग की जा रही है।
यदि कोई रहवासी या राहगीर इन स्थानों पर कचरा डालने आता है तो हूटर के माध्यम से तुरन्त चेतावनी दी जाती है। ‘‘कृपया कचरा यहां ना डाले, अपना कचरा साथ लेकर जाये अन्यथा आपके विरूद्ध चालानी कार्रवाई की जायेगी’’ आयुक्त ने बताया कि शीघ्र ही अन्य जोनों में भी कैमरे व हूटर लगाये जायेगे। शहर को स्वच्छ रखना हमारी पहली प्राथमिकता है।
हूटर की आवाज सुनते ही कचरा डालने वाले लोग चालानी कार्रवाई के डर से तुरन्त अपना कचरा वापस ले जाते है। इस पहल से खुले में कचरा डालने वाले की प्रवृत्ति पर रोक लगी है।
विशेष नवाचार के तहत बुधवार को पहली बार झोटवाड़ा जोन के वार्ड नं. 58 में एक व्यक्ति रात को क्लीनिक का कचरा डालते हुये कैमरे द्वारा कैद किया गया जिसकी विडियो आईटी सेल द्वारा झोटवाड़ा जोन टीम को भेजी गई।
झोटवाड़ा जोन के मुख्य स्वास्थ्य निरीक्षक प्रेम सिंह वैद्य एवं उनकी टीम द्वारा तुरन्त कचरा डालने वाले की पहचान करके मौके पर उसको बुलाकर कचरा सड़क पर डालने के उल्लंघन पर 3 हजार रूपये का जुर्माना वसूल किया। इसके साथ ही भविष्य में कचरा नहीं डालने पर दोषी व्यक्ति को पाबंद किया दोषी व्यक्ति ने मौके पर ही भविष्य में खुले में कचरा ना फैंकने की शपथ ली साथ ही अन्य लोगों को जागरूक करने का संकल्प लिया।