जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी से छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष निर्मल चौधरी और संगरिया (हनुमानगढ़) के विधायक अभिमन्यु पूनिया को पुलिस ने हिरासत में लिया है। दोनों शनिवार सुबह यूनिवर्सिटी में दर्शन शास्त्र का परीक्षा देने आए थे। तभी पुलिस ने पकड़ लिया। कैंपस में सुबह से ही सिविल ड्रेस में पुलिस ने डेरा डाल रखा था। दोनों नेताओं को हिरासत में लेते देख कुछ छात्र कैंपस में हंगामा करने लगे।
हालांकि पुलिस की गाड़ी जाने के बाद मामला शांत हो गया। विधायक अभिमन्यु पूनिया, मुकेश भाकर, राम निवास गावड़िया, पूर्व विधायक इंद्राज गुर्जर, अनिल चोपड़ा शनिवार दोपहर पुलिस कमिश्नरेट पहुंचे। यहां कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ से मिलकर कार्रवाई को गलत बताया। उधर डीसीपी ईस्ट ने कहा कि अभिमन्यु पूनिया को पुलिस ने हिरासत में नहीं लिया है। वो निर्मल चौधरी के साथ खुद ही गाड़ी में जबरन घुस गए।
पुलिस उपायुक्त जयपुर पूर्व तेजस्विनी गौतम ने बताया कि निर्मल चौधरी के खिलाफ साल 2022 में राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज था। इसमें अपराध प्रमाणित पाए जाने पर उनके खिलाफ पुलिस को एक्शन लेना था। आज पुलिस ने उन्हें डिटेन कर लिया है। कुछ देर में उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। विधायक अभिमन्यु पूनिया को पुलिस लेकर नहीं आई है।
वह खुद निर्मल को बचाने के कारण गाड़ी में बैठ गए थे। गांधी नगर थाने से विधायक अपने आवास पर चले गए थे। एमएलए अभिमन्यु पूनिया ने कहा कि राजस्थान यूनिवर्सिटी के एग्जाम हॉल से छात्र नेता निर्मल चौधरी और मुझे पुलिस वालों ने ऐसे पकड़ा जैसे हम अपराधी हों। मुझे छोड़ दिया, निर्मल अभी भी पुलिस हिरासत में हैं।
सिविल वर्दी में आए पुलिस वालों का बर्ताव गुंडागर्दी वाला था। 2022 के मामले में गिरफ्तारी की क्या जरूरत थी? कल सरकार के साथ बातचीत में यह तय हुआ था कि डॉ. राकेश विश्नोई को न्याय दिलाने के आंदोलन में रास्ता रोकने सहित किसी मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया जाएगा। बातचीत के 12 घंटे बाद ही मुझे और निर्मल चौधरी को गिरफ्तार कर लिया गया। हम पुलिस कमिश्नर से मिलेंगे। इस तरह का बर्ताव गलत है। यह साफ तौर पर वादाखिलाफी है।
अभिमन्यु पूनिया ने कहा कि छात्र पर इस तरह से पुलिस की कार्रवाई गलत है। गलत तरीके से निर्मल को गिरफ्तार किया गया है। पूर्व के मामले में इस तरह का एक्शन लेना सही नहीं। जब छात्र परीक्षा देने गया हुआ हो, पुलिस के एक्शन से क्लास में भी हड़कंप मच गया था।
सचिन पायलट ने कहा कि पुलिस, प्रशासन और सरकार अगर बदले की भावना से किसी को पकड़ती है तो हम लोग इसका पुरजोर विरोध करेंगे। सरकार यह बात रखना चाहती है कि जो लोग हमारे खिलाफ आवाज उठाएंगे, उनके खिलाफ हम कार्रवाई करेंगे। सरकार का इस्तेमाल करके अगर किसी की बात को दबाना चाहते हैं। इसको मैं गलत मानता हूं।