जयपुर। प्रवासी संघ राजस्थान की ओर से केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री रामदास आठवले को जयपुर आगमन के अवसर पर एक महत्वपूर्ण सामाजिक प्रस्ताव सौंपा गया। जयपुर के होटल खासा कोठी में यह प्रस्ताव प्रवासी संघ राजस्थान के प्रदेश संयोजक भीम सिंह कासनियां की ओर से केंद्रीय मंत्री आठवले को दिया गया। इस अवसर पर सर्व ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्योपत सिंह कायल और समाजसेविका काजल सैनी सहित अन्य लोग भी उपस्थित रहे।
प्रवासियों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए उठाया गया कदम
प्रस्ताव में कहा गया है कि राजस्थान के प्रत्येक जिले में देशभर के विभिन्न राज्यों से आए हुए प्रवासी परिवार बड़ी संख्या में निवास कर रहे हैं। इन प्रवासियों में से कई अब भी सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े हुए हैं तथा उन्हें केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की पूरी जानकारी नहीं मिल पाती।
भीम सिंह कासनियां ने केंद्रीय मंत्री आठवले को सुझाव दिया कि यदि सामाजिक न्याय विभाग, प्रवासी संघ की जिला स्तरीय टीमों के माध्यम से जन-जागरूकता और समस्या समाधान का तंत्र विकसित करता है तो यह सामाजिक समरसता और न्याय की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल होगी।
योजनाओं को जमीनी स्तर पर पहुँचाने की मांग
प्रवासी संघ ने आग्रह किया है कि सामाजिक न्याय विभाग द्वारा प्रत्येक जिले में प्रवासी संघ के सहयोग से शिविरों का आयोजन किया जाए, जिनमें दिव्यांगजन,अनुसूचित जाति,जनजाति एवं अन्य वंचित वर्गों को विभागीय योजनाओं का सीधा लाभ मिल सके।
इससे एक ओर जहां सरकार की कल्याणकारी योजनाएं आमजन तक प्रभावी रूप से पहुंचेंगी, वहीं प्रवासियों को भी उनका संवैधानिक अधिकार व सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेगी।
प्रवासी समुदाय में उत्साह
संघ की इस पहल को लेकर प्रवासी समुदाय में खासा उत्साह देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि यदि मंत्री रामदास आठवले इस प्रस्ताव को सहमति प्रदान करते हैं तो यह न केवल प्रवासी समाज के हित में एक क्रांतिकारी निर्णय होगा,बल्कि केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय का एक मजबूत मॉडल भी स्थापित हो सकेगा।