पीटीआई भर्ती परीक्षा फर्जीवाड़ा मामला:अभ्यर्थियों को बैक डेट की फर्जी डिग्री बेचने वाला इनामी गिरफ्तार

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जयपुर। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी)ने कार्रवाई करते हुए शारीरिक शिक्षक (पीटीआई) भर्ती परीक्षा-2022 में अभ्यर्थियों को बैक डेट की फर्जी डिग्री बेचने के आरोप में 25 हजार रुपए का इनामी आरोपित रवि कुमार उर्फ रवि त्यागी को गिरफ्तार किया।

एसओजी की पूछताछ में सामने आया कि आरोपित फर्जी डिग्री देने वाली निजी यूनिवर्सिटी में रेगुलर स्टूडेंट का नाम काटकर रुपए देने वाले का नाम जोड़ देते या खाली सीट पर ऐसे युवाओं का नाम भरकर फर्जी डिग्री बनवा देते थे। फिलहाल एसओजी की ओर से मांगने पर भी इन डिग्रियों का रिकॉर्ड मुहैया नहीं करवाया जाता है।

अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस ( एडीजी एसओजी)) विशाल बंसल ने बताया कि आरोपित रवि त्यागी को नोएडा से पकड़ा गया। जो गिरफ्तारी से बचने के लिए देशभर के धार्मिक स्थलों पर छिपता रहा। इस गिरोह ने विभिन्न विश्वविद्यालयों के माध्यम से बेक डेट की फर्जी डिग्रियां और अंकतालिकाएं तैयार करवाकर हजारों छात्रों तक पहुंचाई हैं। इस मामले में ओपीजेएस विश्वविद्यालय चूरू और जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद उत्तर प्रदेश के चांसलर,संचालक,पूर्व रजिस्ट्रार सहित कई आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

एडीजी बंसल ने बताया कि आरोपित रवि त्यागी जेएस विश्वविद्यालय शिकोहाबाद में नौकरी करते हुए फर्जी डिग्रियां बनवाने में मुख्य भूमिका निभाता। ओपीजेएस विश्वविद्यालय पर एसओजी की कार्रवाई की जानकारी लगते ही रवि त्यागी फरार हो गया था। रवि की गिरफ्तारी पर एसओजी ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। आरोपी के नोएडा में आने की जानकारी मिलने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया।

उन्होंने बताया कि आरोपी रवि ने ओपीजेएस विश्वविद्यालय से खुद के लिए लॉ में पीएचडी की डिग्री बनवा रखी है। इस डिग्री पर भी संदेह है। इसके आधार पर उसकी पीएचडी की डिग्री की भी जांच की जा रही है।

एडीजी ने बताया कि बैक डेट में फर्जी डिग्रियां बेचने का खेल पीटीआई भर्ती परीक्षा 2022 में तेजी से चला था। जहां अलग-अलग निजी विश्वविद्यालयों के संचालकों ने दलालों के जरिए हजारों छात्रों को बैक डेट में फर्जी डिग्रियां बेची गई।

पीटीआई भर्ती 2022 में चयनित अभ्यर्थियों का फर्जीवाड़ा सामने आने पर एसओजी ने केस दर्ज कर जांच शुरू की और जांच के दौरान अलग-अलग विभागों की भर्तियों में भी फर्जी डिग्रियों से नौकरी हासिल करने की जानकारी सामने आई हैं। फिलहाल फर्जी डिग्री जारी करने के मामले में एसओजी टीम जांच कर रही है। माना जा रहा है कि जांच के दौरान और कई खुलासे हो सकते हैं।

गौरतलब है कि राजस्थान में सरकारी विभागों में भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक,डमी अभ्यर्थी बिठाकर परीक्षा पास कराने और फर्जी दस्तावेज के जरिए नौकरी हासिल करने के मामले में एसओजी की जांच लगातार जारी है।

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