जयपुर। ब्रह्मपुरी माऊण्ट रोड़ पर स्थित नगर के अतिप्राचीन दाहिनी सूँड़ दक्षिणमुखी श्री नहर के गणेशजी महाराज के गुरू पुष्य के पावन अवसर पर गुरुवार को पुष्याभिषेक हुआ। मंदिर युवाचार्य पं. मानव शर्मा ने बताया कि अभिजित काल में मंदिर महंत पं. जय शर्मा के सान्निध्य में मंदिर परिवार द्वारा प्रभु गणपति का दूर्वा मार्जन से पंचामृत अभिषेक किया गया । तापश्चात गजानन्दजी को नवीन पौषाक व साफा धारण करवा कर पंचोपचार पूजा अर्चना की गई।
साथ ही गणपतिअष्टोत्तरशतनामावली, गणपति अथर्वशीर्ष व ऋग्वेदोक्त गणपति मात्रिका के पाठ किए गए । गुरुवार दोपहर 1.30 बजे वैदिक मंत्रों से 21 मोदकों का भोग प्रथम पूज्य का लगाया गया। यहाँ सायंकालीन महाआरती 251 दीपकों से की गई । मंदिर में आने वाले श्रद्धालुजनों को अभिमंत्रित सुख – समृद्धि दायक व विघ्न – बाधानिवारक रक्षासूत्र प्रदान किए गये ।