पुत्रदा एकादशी: गोविंद देवजी मंदिर में सजी झूला झांकी

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Putrada Ekadashi: Swing tableau decorated in Govind Devji temple
Putrada Ekadashi: Swing tableau decorated in Govind Devji temple

जयपुर। श्रावण शुक्ल एकादशी मंगलवार को पुत्रदा और पवित्रा एकादशी के रूप में भक्ति भाव से मनाई गई। वैष्णव श्रद्धालुओं ने व्रत रखते हुए भगवान श्री हरि विष्णु का पूजन किया। संतान प्राप्ति की कामना रखने वाले दंपत्तियों ने विशेष रूप से व्रत रखते हुए पूजा-अर्चना की।

धार्मिक मान्यता है कि यह व्रत करने से संतान प्राप्ति होती है। साथ ही उसकी आयु बढ़ती है। एकादशी को रवि योग और भद्रा काल का संयोग रहा जो अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। ऐसे विशेष योग में श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से श्री हरि विष्णु की आराधना कर सुख-समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य और कार्यक्षेत्र में प्रगति की कामना की।

गोविंद देवजी का हुआ गोचारण भाव से श्रृंगार

छोटीकाशी के वैष्णव मंदिरों में एकादशी उत्सव के रूप में मनाई गई। आराध्य देव गोविंद देवजी मंदिर में महंत अंजन कुमार गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुर श्रीजी का पंचामृत अभिषेक कर लाल रंग की नवीन पोशाक धारण कराई गई। विशिष्ट आभूषणों , चंदन और पुष्पों से गोचारण लीला के भाव से मनमोहक श्रृंगार किया गया। ठाकुर जी ने रियासतकालीन झूले पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दिए। ठाकुर जी को विशिष्ट व्यजंनों और फलों का भोग लगाया गया।

सेवा की प्रतीक है पवित्रा

मंदिर के सेवाधिकारी मानस गोस्वामी ने बताया कि पवित्रा पवित्रा वैष्णवों की सालभर की सेवा की प्रतीक है। पवित्रा धारण नहीं कराने पर साल भर की सेवा निष्फल मानी जाती है। शुभ तिथियों में कभी भी ठाकुरजी को पवित्रा धारण कराई जा सकती है। लेकिन यह ध्यान रखें कि पवित्रा का उत्तम होने के साथ शोभायमान होना भी अत्यावश्यक है। उसकी ग्रंथियां सुंदर लंबी गोलाई वाली हो जो प्रभु को चुभे नहीं। पवित्रा सुंदर उत्तम और सुगंधित केसर से रंगी हुई होनी चाहिए।

एकादशी के पदों से सरस बिहारी को रिझाया

सुभाष चौक पानो का दरीबा स्थित श्री शुक संप्रदाय की प्रधान पीठ श्री सरस निकुंज में शुक संप्रदाय पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में पुत्रदा-पवित्रा एकादशी मनाई गई। श्री सरस परिकर के प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि ठाकुर राधा सरस बिहारी सरकार का वेदोक्त मंत्रोच्चार के साथ अभिषेक कर नवीन पोशाक धारण कराई। ऋतु पुष्पों से श्रृंगार कर फलों का भोग लगाया। शाम को वैष्णव भक्तों ने एकादशी के पदों से ठाकुरजी को रिझाया।

यहां भी हुए आयोजन

चौड़ा रास्ता के श्री राधा दामोदर जी मंदिर में महंत मलय गोस्वामी के सान्निध्य में एकादशी उत्सव मनाया गया। पुरानी बस्ती स्थित श्री गोपीनाथ जी मंदिर में महंत सिद्धार्थ गोस्वामी के सान्निध्य में महिलाओं ने भजन-कीर्तन कर ठाकुर जी को रिझाया। रामगंज बाजार स्थित लाड़ली जी मंदिर में महंत संजय गोस्वामी के सान्निध्य में ठाकुर जी को फलों और रबड़ी का भोग लगाया गया। गायत्री महिला मंडल झोटवाड़ा, करधनी की ओर से सबकी सद्बुद्धि के लिए गायत्री मंत्र का जाप किया गया। हरिओम जन सेवा समिति राजस्थान की ओर से विद्याधर नगर में जरूरतमंदों को दूध का वितरण किया गया।

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