
जयपुर। भक्ति और प्रेम की प्रतीक श्री राधा रानी जी का प्राकट्य दिवस राधाष्टमी पूरे भक्त समुदाय के लिए एक विशेष अवसर होता है। इसी पावन अवसर पर रासेश्वरी देवी की ओर से रविवार को राधा अष्टमी महोत्सव का आयोजन किया गया। यह भव्य महोत्सव कांस्टीट्यूशन क्लब ऑफ राजस्थान सत्य विहार, विधायक नगर जयपुर में रविवार सुबह साढ़े 9 बजे से दोपहर 2.30 बजे तक संपन्न हुआ। यह अवसर केवल धार्मिक अनुष्ठान भर नहीं था, बल्कि जगद्गुरु स्वामी कृपालु महाराज की प्रेरणा से आयोजित होने वाला एक ऐसा आध्यात्मिक संगम था जिसमें भक्ति, प्रेम और कीर्तन का अनुपम आनंद मिला।
रासेश्वरी देवी जो पूरे भारतवर्ष और विदेश में भी श्री राधाकृष्ण तत्व का प्रचार प्रसार एवं खास कर राजस्थान के अनेकों शहर में अपने प्रवाचनों के माध्यम से लाखों लोगों को भक्तिमार्ग के लिए प्रेरित किया है, आज जयपुर में आयोजित राधाष्टमी महोत्सव में उनकी गरिमामयी उपस्थिति इस महोत्सव को और भी दिव्य बना दिया।
इस महोत्सव की मुख्य विशेषताएं यह थी, भक्ति और कीर्तन से ओतप्रोत वातावरण, जिसमें हर हृदय भक्ति रस से सराबोर हो गया। रासेश्वरी देवी का आशीर्वचन, जो श्रद्धालुओं को जीवन में आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान एवं उत्तम जीवन के लिए प्रेरित करेगा।भक्तजनों ने एक ही छत के नीचे प्रेम, श्रद्धा और आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव किया।
राधा अष्टमी के इस आयोजन न केवल श्री राधा रानी जी के दिव्य स्वरूप का स्मरण कराया , बल्कि समाज को प्रेम, भक्ति और सेवा का संदेश भी दिया। श्रद्धालुजन इस अवसर पर सम्मिलित होकर देवीजी के उन उपदेशों से अपने जीवन को और भी पवित्र बना सकते हैं
आज इस आयोजन में बीकानेर, जोधपुर, भीलवाड़ा, उदयपुर, कोटा समेत जयपुर के कई श्रद्धालु सामील हुए। इस कार्यक्रम में पूज्या देवी जी के द्वारा श्री राधा तत्व के ऊपर प्रवचन एवं साधना के पश्चात ठीक 12 बजे राधारानी के प्रकट्य, अभिषेक भोग एवं आरती इत्यादि का कार्यक्रम अत्यंत भव्यता के साथ आयोजित किया गया।