जयपुर। राजस्थान विधानसभा के पटल पर कोचिंग विधायक रख देने के बाद कोचिंग संचालकों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा तथा उच्च शिक्षा मंत्री एवं उपमुख्यमंत्री डा.प्रेमचंद बेरवा से दिल में शामिल कुछ खतरनाक बिंदुओं को तुरंत प्रभाव से हटाने की मांग करते हुए कहा है कि ऐसा नहीं करने पर प्रदेश भर से लगभग 90% कोचिंग संस्थान अपने अस्तित्व को ही खो देगी।
बिल की कमियों पर मंथन कर कुछ बिंदुओं को तुरंत प्रभाव से हटाने के लिए जयपुर में ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसी शर्मा के नेतृत्व में दुर्गापुर स्थित विद्यासागर कोचिंग में कोचिंग संचालकों ने आपात मीटिंग कर उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बेरवा को ज्ञापन देकर मामले में दखल देने की मांग की हैं।
कोचिंग महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसी शर्मा ने बताया कि शीघ्र ही मुख्यमंत्री से मुलाकात कर उनसे भी मामले में दखल देने की मांग की जाएगी आज ज्ञापन लेने के बाद उप मुख्यमंत्री ने मामले में यथासंभव पुन: निरीक्षण का वादा किया हैं।
ऑल कोचिंग इंस्टिट्यूट महसंघ के प्रदेश अध्यक्ष अनीष कुमार नाडार ने कहा है कि विगत 3 वर्ष से विभिन्न मंचों से इस विधेयक की मांग की जा रही थी लेकिन जिस रूप में आया हैं वह कोचिंग संचालकों में भारी निराशा का कारण प्रदेश में लाखों लोगों को रोजगार दे रहे इस व्यवसाय को बचाने में मुख्यमंत्री से होने वाली मुलाकात कारगर रहेगी इसका पूरा विश्वास हैं।
अनीष कुमार नाडार ने कहा हैं कि इस बिल को पास करने में सरकार को कोई जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए और एक बार फिर इसकी प्रायोगिकता को जांचने के लिए पून: प्रदेश की जनता तथा विशेषज्ञों के बीच में लाना चाहिए।