जयपुर। राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से वर्ष 2021 में की गई सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती परीक्षा को राजस्थान हाई कोर्ट ने गुरुवार को रद्द कर दिया। यह फैसला लंबे विवाद के बाद आया है। इस भर्ती में बड़े स्तर पर पेपर लीक का माला सामने आया था। जिसमें आरपीएससी सदस्यों समेत कई लोगों को पुलिस ने पकड़ा था।
यह परीक्षा शुरू से ही पेपर लीक और डमी कैंडिडेट्स के विवाद में फंस गई थी। जिसके कारण ये मामला हाईकोर्ट पहुंच गया। जिसके बाद अब हाईकोर्ट ने इस परीक्षा को रद्द कर दिया है।
एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बताया कि 16 दिसंबर 2023 को एसआई भर्ती की जांच के लिए एसआईटी का गठन हुआ। वहीं जांच की शुरुआत जनवरी-2024 में आरपीए में एसआई की ट्रेनिंग कर रहे डालूराम मीणा की गिरफ्तारी से हुई। उसने डमी उम्मीदवार को बैठाकर परीक्षा पास की और एसआई बन गया था। डालू राम मीणा के बाद हर्षवर्धन मीणा, जगदीश विश्नोई, शिवरतन मोट और यूनिक भांबू की गिरफ्तारियां हुई, जिसके बाद ट्रेनी एसआई की गिरफ्तारियों का सिलसिला शुरू हो गया।
एसओजी ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के सदस्यों तक अपनी पहुंच बनाई। इस मामले में एसओजी ने 55 एसआई सहित कुल 122 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से 54 प्रशिक्षु उपनिरीक्षक और 6 चयनित उपनिरीक्षक शामिल थे। जबकि 08 सरकारी कर्मचारी अब भी वांछित चल रहे है और अब भी 88 संदिग्धों की तलाश जारी है।
इसके अलावा 118 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल है। पांच गिरफ्तार आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट पेश होना बाकी है। वहीं गिरफ्तार प्रशिक्षु एसआई में से पचास से अधिक को बर्खास्त कर दिया है और चार प्रशिक्षु एसआई को निलंबित किया गया है। साथ ही 27 आरोपित वांछित है जिनकी गिरफ्तारी की जानी है