जयपुर। डीसीएम फाउंडेशन व नज इंस्टीट्यूट के तत्वावधान में डीसीएम श्रीराम एगवाटर चैलेंज का आयोजन किया गया। आपको बता दें कि पर्यावरण की रक्षा, किसानों का उद्धार और खेती को नवीन रूप देने के क्षेत्र में निरंतर कार्यरत राजस्थान का स्टार्टअप ईएफ पॉलीमर इस चैलेंज में फाइनल राउंड में पहुंचा जिसके लिए उन्हें डीसीएम के चेयरमैन अजय श्रीराम द्वारा 15 लाख की राशि से सम्मानित किया गया।
स्टार्टअप के को-फाउंडर जयपुर निवासी अंकित जैन ने बताया कि, हमारी टीम ने इस चैलेंज के हिस्से के रूप में उदयपुर व दूरदराज के गांवों में जाकर करीब 70 गेहूं किसानों के साथ काम किया। बेसलाइन सर्वेक्षण से किसानों की खेती पद्धति को जाना। इसके बाद उनके खेतों में ‘फसल अमृत’ का उपयोग किया गया। फसल अमृत एक सॉइल कंडीशनर के रूप में काम करता है जो मिट्टी की धारण क्षमता को बढ़ाते हुए पोषक तत्व प्रदान करता है जिससे फसलों के उत्पादन में वृद्धि होती है। फसल अमृत का उपयोग भारत समेत 10 से ज्यादा देश के किसानों द्वारा किया जा रहा है।
अंकित ने बताया कि फसल अमृत के उपयोग के फलस्वरूप यह 70 किसान सामान्यत: 7 से 8 बार की सिंचाई के मुकाबले सिर्फ 4-5 बार सिंचाई में ही गेंहू उगाने में सक्षम रहे और उपज में 3 क्विंटल प्रति एकड़ से ज्यादा उल्लेखनीय बढ़त देखी। इन्ही परिणामों के स्थापित करके यह स्टार्टअप डीसीएम एगवाटर चैलेंज में शामिल हुआ और फाइनल राउंड में पहुंच चुका है। अंकित ने बताया कि 14 स्टार्टअप्स में से हम फाइनलिस्ट के रूप में चुने गए और इसलिए हमें 15 लाख की राशि से सम्मानित भी किया गया जिसे छोटे धारक किसानों के लाभ के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
क्या है डीसीएम श्रीराम एगवाटर चैलेंज
आपको बता दें कि डीसीएम श्रीराम एगवाटर चैलेंज का उद्देश्य भारत के कृषि-जल ईकोसिस्टम के अंतर्गत जनसंख्या स्तर पर समाधान और नवाचार विकसित करने के लिए अग्रणी कृषि प्रौद्योगिकी और सामाजिक प्रभाव में कार्य कर रहे उद्यमियों को प्रोत्साहित करना है। फाइनल राउंड में चार स्टार्टअप्स को चुना गया है जिनमें से एक ईएफ पॉलीमर है।