जयपुर। सिद्ध क्षेत्र गिरनार जी पर्वत की सात दिवसीय धार्मिक यात्रा के पोस्टर का शनिवार को विमोचन वात्सल्य रत्नाकार प्रसिद्ध दिगम्बर जैन आचार्य विमल सागर मुनिराज के अंतिम दीक्षित शिष्य उपाध्याय उर्जयंत सागर मुनिराज के सानिध्य में जयकारों के बीच किया गया। इस अवसर पर यात्रा के मुख्य समन्वयक आर के जैन रेलवे ,मुख्य संयोजक राखी जैन सहित अनेक जैन बंधु बड़ी संख्सा में शामिल हुए।
यात्रा के मुख्य समन्वयक आर के जैन ने बताया कि मुनि श्री के आशीर्वा से जयपुर से गुजरात के जूनागढ़ स्थित उर्जयंत गिरी पर्वत की वंदना एव आसपास के दर्शनीय स्थलों के भ्रमण के लिए 30 जून को जयपुर से रेल मार्ग से सात दिवसीय धार्मिक यात्रा रवाना होगी। वहां से एसी बसों के माध्यम से जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमीनाथ की मोक्ष स्थली गिरनार पर्वत पर जैन धर्म के 22वें तीर्थंकर भगवान नेमीनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव भक्तिभाव से मनाया जाएगा। इस मौके पर प्रतीक निर्वाण लाडू चढाया जाएगा।
इस मौके पर दिल्ली से विश्व जैन संगठन के बैनर तले रवाना हुई 15सौ किलोमीटर की पदयात्रा भी इसी दिन उर्जयंत गिरी पर्वत पहुंचेगी। सिद्ध क्षेत्र गिरनार जी की वन्दना के बाद धार्मिक यात्रा में शामिल यात्री सोमनाथ, दीव, पोरबंदर, द्वारिका धाम के दर्शनीय स्थलों का भ्रमण करते हुए 6 जुलाई को वापस राजकोट होते हुए रेल से जयपुर लौटेंगे। मुख्य संयोजक राखी जैन के मुताबिक धार्मिक यात्रा के दौरान सभी यात्रियों को आवास, भोजन इत्यादि की सुविधा यात्रा आयोजकों की ओर से उपलब्ध करवाई जाएगी।