भारत के सामने सामरिक चुनौतियां पर सेमिनार: कठोर निर्णयों से होगा देश सुरक्षित

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Seminar on Strategic Challenges Facing India
Seminar on Strategic Challenges Facing India

जयपुर। ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन और राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच जयपुर चैप्टर की ओर से रविवार को सेमिनार का आयोजन किया गया। झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित राजस्थान प्रौढ़ शिक्षण समिति के सहयोग से आज जिओ पाॅलिटिकल एंड स्ट्रेटजिक चैलेन्जेज विषय पर मोहनसिंह मेहता सभागार में रक्षा विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सेवानिवृत ब्रिगेडियर के एस राठौड़ ने कहा कि भारत को सुरक्षित रखने के लिए चाणक्य की नीतियों का अनुसरण करना होगा।

साम, दाम, दंड और भेद की नीति से बाहरी और आंतरिक सुरक्षा पर कार्य करना होगा। हमें अपनी गुप्तचर संस्थाओं को और अधिक मजबूत करना होगा जैसा कि वर्तमान में इजरायल ने पूरी दुनिया को चौंकाया है। देश को शक्तिशाली बनाने के लिए आंतरिक रूप से शक्तिशाली बनाना बहुत आवश्यक है। वर्तमान में डेमोग्राफी का परिवर्तन चिंताजनक है। सरकार को कठोर निर्णय लेने होंगे ताकि हमारी अगली पीढ़ियां एक शक्तिशाली देश में सुरक्षित रहे। ऐसे में अभी हाल ही में हुआ ऑपरेशन सिंदूर देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। भारत ने आतंकवाद को लेकर एक पॉलिसी बना ली है यह भी एक बड़ा संदेश है।

मुख्य वक्ता भू सामरिक विशेषज्ञ अविजित दास ने कहा कि, चीन और पाकिस्तान एक सीमा तक भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकते हैं लेकिन मुख्य खतरा आंतरिक है। देश के दक्षिणी हिस्से और पूर्वोत्तर हिस्से में हो रहा तेजी से मतांतरण सर्वाधिक चिंता का विषय है। हमारी पारिवारिक व्यवस्था कमजोर होना और डेमोग्राफी में परिवर्तन होना देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा है।

राष्ट्र और समाज को आंतरिक रूप से शक्तिशाली बनाया जाना आवश्यक है तभी देश शक्तिशाली बनेगा। भारतीय समाज को उपनिवेशवादी ताकतों के द्वारा विखंडित करने का कार्य पिछले 200 वर्षों से अधिक समय से किया जा रहा है। इस षड्यंत्र को विफल किया जाना आवश्यक है तभी देश आंतरिक और बाहरी रूप से सुरक्षित बनेगा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के अध्यक्ष डॉ.एस.एस. अग्रवाल ने कहा कि, राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच बाहरी और आंतरिक सुरक्षा के मुद्दों पर जागरण का कार्य करता है। शैक्षणिक संस्थानों में भारत को जानो,भारत को मानो और भारत को बनाओ पर चर्चाओं का आयोजन करता है। इसके साथ ही आंतरिक सुरक्षा के खतरों पर भी चर्चा की जाती है। इस तरह की परिचर्चाओं से राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर जागरण का कार्य होता है। वरिष्ठ अधिवक्ता रमन नंदा ने परिचर्चा का समापन किया। कार्यक्रम का संचालन एडवोकेट अनुज शर्मा ने किया।

राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच जयपुर चैप्टर के महासचिव पुष्कर उपाध्याय ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर संस्कृत शिक्षा के पूर्व निदेशक कैलाश चतुर्वेदी, राष्ट्रीय सुरक्षा जागरण मंच के कार्यकारी अध्यक्ष सरदार जसबीर सिंह, ग्रासरूट मीडिया फाउंडेशन के प्रमोद शर्मा, राजेश मेठी, बीकानेर यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी भागीरथ चौधरी, अलका गौड़, महेश शर्मा, सीताराम शर्मा, महेश स्वामी, सेवानिवृत मेजर जनरल अनुज माथुर, सेवानिवृत्त मेजर जनरल आर कौशल, सेवानिवृत्त एयर कमोडोर चंद्रमौली डॉ.कमलेश मीणा, संजय गुप्ता आदि मौजूद रहे।

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