जयपुर। माणक चौक थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ज्वेलरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में हुई 1.5 करोड़ रुपये की चोरी की वारदात करने के मामले में छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच में सामने आया कि ज्वेलरी के काम करने वाले नौकर ने ही अपने साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम दिया था। वही इस मामले में आर्मी सूरतगढ़ गंगानगर में सेवारत फौजी को भी गिरफ्तार किया गया हैं। फिलहाल आरोपियों के पास से चोरी का कुछ माल बरामद किया है, शेष माल बरामद करने का प्रयास किया जा रहा है।
पुलिस उपायुक्त जयपुर उत्तर करण शर्मा ने बताया कि 27 जून को माणक चौक थाना इलाके में ज्वेलरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में हुई 1.5 करोड़ रुपये की चोरी की वारदात करने के मामले में आर्मी जवान संदीप सिंह (26) निवासी सलेमपुर (दौसा) हाल आर्मी कैंट सूरतगढ़ (श्रीगंगानगर) और धीरेंद्र सिंह (29) निवासी पीलवा, नई मंडी हिंडौनसिटी (करौली) अनिल कुमार चौरसिया (38) निवासी गोविंदपुरी, साउथ दिल्ली, विश्राम गुर्जर उर्फ जगदीश (27) निवासी बस्सी (जयपुर), कमल गुर्जर (39) निवासी सिंधी कॉलोनी मालपुरा गेट (जयपुर) और धीरज कुमार मीणा (27) निवासी दतवास (टोंक) हाल कृष्णा वाटिका जामडोली को गिरफ्तार किया गया हैं।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी संदीप सिंह वर्तमान में आर्मी में सेवा दे रहा था। जो घटना के करीब एक से डेढ़ साल पहले से ही आर्मी की ड्यूटी पर अपनी छुट्टियों के बाद वापस नहीं लौटा। करीब डेढ़ साल तक गैर हाजिर रहा। इस दौरान आरोपी संदीप सिंह लोन दिलवाने का काम कर रहा था। इसी दौरान उसकी मुलाकात धीरज से हुई थी। आरोपी धीरज को ज्वेलरी फर्म और उसमें रखे माल के बारे में बताया था। वारदात को अंजाम देने के लिए ज्वेलर्स के कर्मचारी अनिल को भी अपने साथ लिया था। आरोपी संदीप सिंह ने ज्वेलरी फर्म के लॉकर तोड़ने के लिए अपने दोस्त धीरेंद्र को अपने साथ शामिल किया।
इसके साथ ही अन्य लोगों को भी वारदात में शामिल किया। इसके बाद आरोपियों ने घटनास्थल की कई बार रात और दिन में रेकी की। इसके बाद 26 जून को आरोपी संदीप सिंह और धीरेंद्र घटनास्थल पर पहुंचे थे। पास ही की गली से एक मकान में रस्सी बांधकर ज्वेलरी फर्म में खिड़की तोड़कर घुसे थे और कीमती सामान समेटकर फरार हो गए थे। पुलिस को गुमराह करने के लिए अलग-अलग रास्तों का प्रयोग बार-बार किया। घटना को अंजाम देने के दौरान अपने मोबाइल फोन बंद रखे, ताकि पुलिस लोकेशन ट्रेस नहीं कर सके। अपने चेहरे भी पूरी तरीके से छुपा रखे थे।
वहीं घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी अपने-अपने ठिकानों पर चले गए थे। कुछ महीनों तक इंतजार करने को कहा गया था, ताकि मामला शांत हो जाए। इसके बाद आरोपी संदीप अपनी ड्यूटी के लिए वापस आर्मी कैंप चला गया, ताकि कोई उस पर शक नहीं करे और आर्मी में होने का फायदा मिल जाए। इस गैंग के अन्य साथी भी अपने-अपने कामों में लग गए थे, ताकि उन पर भी किसी को कोई शक नहीं हो। चोरी किए गए शेष माल बरामद करने के प्रयास किए जा रहे हैं। कुछ माल बरामद भी किया गया है।
आरोपी संदीप के भाई भूपेंद्र सिंह की भूमिका भी संदिग्ध पाई गई है। वहीं आरोपी संदीप से पूछताछ के बाद श्याम नगर इलाके में 1 जून 2025 को हुई घटना का भी खुलासा हुआ है। जहां 1 जून को आरोपी ने एक घर के बाहर खड़ी थार गाड़ी को पेट्रोल डालकर रंजिशवश आग लगाकर जला दिया था।
गौरतलब है कि इस संबंध में थाने पर पीड़ित अंकित खंडेलवाल ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि चौड़ा रास्ता जयपुर में उसका ज्वेलरी क्रिएशन ऑफिस है। जहां पर ज्वेलरी की मैन्युफैक्चरिंग का काम किया जाता है। 26 जून की रात को ऑफिस बंद करके गया था। 27 जून की सुबह ऑफिस खोला तो कांच वाली खिड़की और अलमारी टूटी हुई थी। अलमारी में रखा सोना और डायमंड समेत अन्य ज्वेलरी के आइटम गायब मिले। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों को चिन्हित करते हुए पकड़ा है।