जयपुर। गोनेर के श्री लक्ष्मी जगदीश मंदिर में परंपरानुसार भाद्रपद शुक्ल जलझूलनी एकादशी का वार्षिक मेला बुधवार को आयोजित किया जाएगा। सुबह से ही भक्तगण मनौतियां पूर्ण होने पर भगवान श्री लक्ष्मी जगदीश को थाल-सवामणी अर्पित करेंगे। मुख्य आकर्षण के रूप में श्री लक्ष्मी जगदीश महाराज को शाम चार बजे पालकी में विराजमान कर मंदिर प्रांगण से शोभायात्रा के साथ जगन्नाथ सरोवर तक ले जाया जाएगा।
शोभायात्रा में लगभग 25 से 30 झांकियां शामिल होंगी, जिनमें विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्वरूपों का प्रदर्शन होगा। सजे-धजे घोड़े, बैंड-बाजे तथा बलवंत व्यायामशाला के स्वयंसेवकों के करतब शोभायात्रा की शोभा बढ़ाएंगे।
जगन्नाथ सरोवर पहुंचने पर भगवान श्री लक्ष्मी जगदीश जी को नौका विहार कराया जाएगा, जो लगभग दो घंटे तक चलेगा। जलविहार के बाद वापसी के दौरान मार्ग में श्रद्धालु आरती उतारकर पूजा-अर्चना करेंगे तथा पालकी के नीचे से निकलने का पुण्य लाभ प्राप्त करेंगे। मान्यता है कि पालकी के नीचे से निकलने पर शारीरिक एवं मानसिक कष्ट दूर हो जाते हैं।