जयपुर। श्री निंबार्क पीठ के पीठाधीश्वर अनंत श्री विभूषित जगतगुरु श्री निंबार्काचार्य श्री श्रीजी महाराज श्री श्याम शरण देवाचार्य जी ने शनिवार को श्री गोविन्द देव जी के मंदिर स्थित सत्संग भवन में श्रीमद् भागवत महापुराण महात्म्य और परीक्षित शुकदेव मिलन की कथा सुनाई। इससे पहले श्री आनन्द कृष्ण बिहारी मंदिर से 51 कलशों की भव्य मंगल यात्रा गाजे बाजे के साथ कथा स्थल सत्संग भवन श्री गोविन्द देव जी मंदिर पहुंची।
श्री गोविंद देव जी मंदिर के महंत अंजन कुमार गोस्वामी और सुपुत्र युवराज मानस गोस्वामी के सानिध्य में जयपुर में पहली बार प्रारंभ हुई श्रीजी महाराज की श्रीमद् भागवत कथा का राज्यपाल कलराज मिश्र ने रसास्वादन किया। उन्होंने भागवत जी का पूजन कर श्रीजी महाराज का आशीर्वाद भी प्राप्त किया। इस अवसर पर विभिन्न मंदिरों के महंत और पीठाधीश्वर के अलावा एम्स जोधपुर के अध्यक्ष डॉ एस एस अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक और वैष्णव श्रोता उपस्थित रहे।
कथा आयोजक ब्रजकिशोर ‘बिरजू‘ गोयल ने बताया कि श्री गोविंद देव जी में यह भागवत उत्सव 22 दिसम्बर तक चलेगा। कथा रोजाना दोपहर 2बजे से शाम 6 बजे तक होगी। भागवत ज्ञानयज्ञ में 108 विद्वान अष्टोत्तर शत भागवत पाठ का मूल पाठ कर रहे हैं। रविवार, 17 दिसंबर को देवहुति कपिल संवाद होगा। इसी प्रकार 18 दिसंबर को ध्रुव चरित्र एवं प्रहलाद चरित्र की कथा होगी।
19 दिसंबर को श्री राम अवतार, श्री कृष्ण जन्म एवं नंद उत्सव का आयोजन होगा। 20 दिसंबर को श्री कृष्ण बाल लीला एवं श्री गिरिराज पूजन का भक्तजन आनंद उठाएंगे 21 दिसंबर को महारास एवं रुक्मणी मंगल कथा सुनाई जाएगी। 22 दिसंबर को महारास के साथ श्री कृष्ण- सुदामा चरित्र और परीक्षित मोक्ष की कथा होगी। इसी दिन कथा की पूर्णाहुति होगी।